वाराणसीः महिला महाविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के सेमिनार हॉल, साइन्स कॉम्पलेक्स के सभागार में पुस्तकालय, महिला महाविद्यालय द्वारा आयोजित द्विदिवसीय शोध कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय ‘रिसर्च विद इंटीग्रिटी-एथिकल स्टैन्डर्डस एण्ड प्लेजरिज़्म प्रिवेंशन एण्ड ए.आई.‘ रहा। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रीता सिंह के मार्गदर्शन एवं कुशल नेतृत्व में विश्वविद्यालय एवं अन्य स्थानों के पचास प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला में प्रतिभाग लिया। कार्यक्रम का प्रारम्भ महामना जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्जवलन एवं कुलगीत के साथ हुआ। जवाहल लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली की केन्द्रीय पुस्तकालय की उप पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. शिवा कन्नौजिया जी का प्राचार्या महोदया ने स्वागत किया।
कार्यक्रम की संयोजन समीति की तरफ से डॉ. कविता पाण्डेय ने प्राचार्या महोदया का स्वागत किया। तत्पश्चात कार्यक्रम के संयोजक डॉ. धीरज कुमार ने कार्यक्रम की उपयोगिता एवं अन्य संयोजित विषयों के बारे में बताया।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. शिवा कन्नौजिया ने विस्तृृत रूप से शोध में प्लेजरिज़्म के विभिन्न रूपों तथा साथ ही इससे बचने के लिए प्रयोग की जा सकें ऐसी व्यवहारिक एवं तकनीकि प्रविधियों को बताते हुये शोध के प्रत्येक चरण के विषय में जानकारी दी। कार्यशाला के दूसरे सत्र में जन्तु शास्त्र विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की सहायक आचार्या डॉ. ऋचा आर्या ने ‘ए.आई. ड्राइवेन रिफ्रेसिंग: मेन्डले एण्ड मॉर्डन टूल‘ विषय पर वक्तव्य देते हुए शोध में प्रयोग किये जाने वाले रेफ्रसिंग टूल और उसके महत्व को बताया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के अध्यापकगण भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।