सृजन: कला प्रदर्शनी का आयोजन
वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय के न्यू पीजी गर्ल्स हॉस्टल में ‘सृजन’ विषयक तीन दिवसीय कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में छात्रावास की छात्राओं ने सेरेमिक, स्कल्पचर, पॉटरी, टेक्सटाइल डिजाइन, पेंटिंग, और एप्लाइड आर्ट के लगभग 100 कलकृतियों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी का उद्घाटन छात्र अधिष्ठाता प्रोफेसर अनुपम कुमार नेमा, कला संकाय के संकाय प्रमुख प्रोफेसर माया शंकर पाण्डेय तथा दृश्य कला संकाय के पूर्व संकाय प्रमुख प्रोफेसर हीरालाल प्रजापति द्वारा किया गया।
छात्रावास की मुख्य संरक्षिका प्रोफेसर आरती निर्मल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस प्रदर्शनी के आयोजन के पीछे की प्रेरणा को बताते हुआ रेखांकित किया की किस प्रकार कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन इस बात पर ज़ोर देते हैँ की छात्रावासों का परिवेश रचनात्मकता और सकारात्मकता से परिपूर्ण होना चाहिए। प्रदर्शनी की संयोजका डॉ किरन गुप्ता ने इसकी रूपरेखा और कालात्मक पक्ष की विस्तृत चर्चा की।
अतिथि वक्ता प्रो. हीरालाल प्रजापति ने छात्राओं की कला की प्रसंशा करते हुए कालात्मक सृजन के महत्व को बताया। उन्होंने किसी छात्रावास में आयोजित इस तरह के आयोजन को विशेष बताया।
छात्राओं का उत्साह बढ़ाते हुए छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम नेमा ने इसे एक बेहतरीन पहल बताते हुए इस प्रदर्शनी के दायरे को बढ़ा कर विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा की विद्यार्थियों में अदभुत प्रतिभा छुपी होती है और ऐसे आयोजन उन प्रतिभाओं को मजबूती प्रदान करते हैँ।
इस अवसर पर कला संकाय प्रमुख प्रो. माया शंकर पाण्डेय ने छात्राओं की कला को अत्यंत मोहक बताते हुए समाज में कलाकार के महत्व की चर्चा की। उन्होंने कहा की कला हमारी संस्कृति का वाहक है और अच्छा कलाकार वही है जो अपनी कला से सांस्कृतिक धरोहर को बचा कर रख सके। अथितियों का सम्मान वार्डन डॉ. स्वप्निल सिंह और डॉ. वैशाली रघुवंशी ने किया। छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगिताओं के सर्टिफिकेट भी प्रदान किये गए। धन्यवाद ज्ञापन वार्डन डॉ. ब्यूटी यादव ने तथा संचालन छात्राओं सृष्टि और श्रेया ने किया। इस अवसर पर अन्य विभागों के शिक्षक तथा बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद थे।