वाराणसीः एम.एम.वी., बी.एच.यू. के वनस्पति विज्ञान विभाग की शोध छात्रा रूपांशी श्रीवास्तव को यूरोपीय आणविक जीवविज्ञान संगठन (EMBO) से वैज्ञानिक विनिमय अनुदान (एसईजी) से सम्मानित किया गया है। वह वर्तमान में धान के खेत में पाये जाने वाली काई पर शोध कर रही है।
उनका मुख्य कार्य साइनोबैक्टीरिया की झिल्ली की गतिशीलता पर गहन शोध है और जर्मनी में अपने शोध का अगला भाग आयोजित करेगी, जहां वह जोहान्स गुटेनबर्ग विश्वविद्यालय, मेनज़, जर्मनी से प्रोफेसर डॉ. डर्क श्नाइडर के साथ तीन महीने तक काम करेगी, वह इस प्रतिष्ठित अनुदान का लाभ उठाने वाली एमएमवी की पहली छात्रा हैं। वह 1 मार्च 2024 से 90 दिनों के लिए जर्मनी में शोध कार्य को आगे बढ़ायेंगी। शोध पंजीकरण प्रोफ नीलम अत्रि के साथ है और उनके मार्गदर्शन में १० शोध लेख प्रकाशित किए है।
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