वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दृश्य कला संकाय में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य पर “अभिव्यक्ति” नामक प्रदर्शनी एवं काव्य पाठ का सुंदर आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर सदानंद शाही, पूर्व अध्यक्ष, हिंदी विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय रहे।
प्रदर्शनी के अंतर्गत हिंदी भाषा की महत्ता, उपयोगिता एवं आवश्यकता पर दृश्य कला संकाय के चतुर्थ वर्ष, व्यावहारिक कला विभाग के लगभग 40 छात्र-छात्राओं द्वारा निर्मित सुंदर पोस्टरों का प्रदर्शन किया गया।
साथ ही शिक्षकों एवं छात्रों ने अपनी स्वरचित कविताओं एवं विचारों को सभी के सम्मुख प्रस्तुत किया। समन्वयक के रूप में संकाय प्रमुख, डॉ. उत्तमा दीक्षित उपस्थित रहीं। साथ ही डॉ. आशीष कुमार गुप्ता, अध्यक्ष छात्र कल्याण पहल समिति, दृश्य कला संकाय की भी विशेष भूमिका रही।
कार्यक्रम के संयोजक के रूप में डॉ. ललित मोहन सोनी ने कार्यक्रम एवं मंच का संचालन किया। मंच संचालन में शोध छात्र शुभम कुमार चौहान, व्यावहारिक कला विभाग, सहयोगी के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंतर्गत हिंदी भाषा पर सभी ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये। जिसमें मुख्य रूप से अक्षय, श्रेयांश कुशवाहा, सोनू कुमार, नेहा विश्वकर्मा एवं आस्था कुमारी ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में संकाय के शिक्षकों की उपस्थिति भी बनी रही जिसमें डॉ॰ शांति स्वरूप सिन्हा, डॉ. मनीष अरोड़ा, डॉ. महेश सिंह, डॉ. सुरेश चंद्र जांगिड़, श्री के. सुरेश कुमार, डॉ. अमरेश कुमार, श्री साहब राम टुडू, श्री विजय भगत, डॉ. ब्रह्म स्वरूप एवं डॉ. राजीव मंडल मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंतर्गत ही संकाय प्रमुख द्वारा गैर शिक्षण कर्मचारियों को कार्यालय के कार्यों में हिंदी भाषा को प्राथमिकता देने के लिए विशेष सम्मान दिया गया, जिसमें श्री विजय विश्वकर्मा (मूर्ति कला विभाग), श्री बबलू (व्यवहारिक कला विभाग), श्री राकेश रंजन (चित्रकला विभाग), श्री संतोष कुमार यादव एवं श्री सत्येंद्र रावत (संकाय कार्यालय) उपस्थित रहे। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं की भारी संख्या में उपस्थिति दर्ज की गई। अंत में डॉ. आशीष कुमार गुप्ता द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हुआ।