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अलीगढ़, 12 अक्टूबर : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक शिक्षा केंद्र (सीईसी) और रेख्ता फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से 7 अक्टूबर को कैनेडी ऑडिटोरियम में अखिल भारतीय बैतबाजी (काव्य पाठ) प्रतियोगिता के प्रांतीय दौर का आयोजन किया गया।
इस राष्ट्रीय स्तर की बैतबाजी प्रतियोगिता के लिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की कई टीमों ने पंजीकरण कराया था। वर्चुअल शॉर्टलिस्टिंग और क्वालीफाइंग राउंड के बाद, एएमयू की आठ टीमें प्रतियोगिता में आगे बढ़ीं। ‘बहादुर शाह जफर टीम’ ने जीत दर्ज की, जबकि ‘असरारुल हक मजाज टीम’ ने दूसरा स्थान हासिल किया। प्रत्येक राज्य की विजेता टीमें अब 13, 14 और 15 दिसंबर को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में होने वाले भव्य आयोजन “जश्न-ए-रेख्ता” में भाग लेंगी।
प्रतियोगिता के निर्णायक उर्दू विभाग के प्रोफेसर सैयद सिराजुद्दीन अजमली और यूजीसी एचआरडीसी की निदेशक डॉ. फायजा अब्बासी थीं। इस बेहद रोचक कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने विभिन्न चरणों में उल्लेखनीय कविताएं सुनाईं। दूसरे चरण में प्रतिभागियों को निर्णायकों द्वारा दिए गए विशिष्ट शब्दों पर आधारित कविताएं सुनाने का अवसर दिया गया। विजेता टीम को 21,000 रुपये का पुरस्कार मिला, जबकि उपविजेता टीम को 15,000 रुपये का पुरस्कार मिला। सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र भी दिए गए।
विमेंस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. मसूद अनवर अल्वी ने उर्दू विभाग के प्रोफेसर तारिक छतारी (सेवानिवृत्त) और कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर सलमान खलील के साथ विजेताओं और उपविजेताओं को पुरस्कार और स्मृति चिन्ह वितरित किए। कार्यक्रम की मेजबानी विश्वविद्यालय स्वास्थ्य सेवाओं के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शारिक अकील ने की।
इस बैतबाज़ी प्रतियोगिता के सफल आयोजन का नेतृत्व सीईसी के समन्वयक प्रो. मोहम्मद नवेद खान, शॉर्ट इवनिंग कोर्स के क्लब के अध्यक्ष डॉ. अहमद मुजतबा सिद्दीकी और सीईसी के कार्यक्रम निदेशक श्री मोहम्मद मुजामिल हयात भवानी ने किया। इस कार्यक्रम में केनेडी ऑडिटोरियम में शिक्षकों और छात्रों सहित बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे।

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