अलीगढ़ अप्रैल 10ः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और बॉम्बे मर्केंटाइल बैंक के निदेशक अधिवक्ता अनीसुल हक़ को भारत के राष्ट्रपति ने एक अहम ज़िम्मेदारी से नवाज़ा है। उन्हें केंद्र सरकार की ओर से गवर्नमेंट प्लीडर का ओहदा दिया गया है. इस दौरान अनीसुल हक़ दिल्ली हाईकोर्ट, सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (पीबी), आर्म्ड फोर्सेज़ ट्रिब्यूनल सहित दिल्ली की अन्य अदालतों में केंद्र सरकार की ओर से मामलों की पैरवी करेंगे।
उनकी नियुक्ति सरकार के विधि एवं न्याय मंत्रालय के कानूनी मामलों के विभाग की संस्तुति पर की गई है। अनीसुल हक़ कम से कम तीन साल के लिए इस पद पर तैनात रहेंगे, जिस अवधि को आगे बढ़ाया भी जा सकता है।
अनीसुल हक़ को केंद्र सरकार की ओर से गवर्नमेंट प्लीडर बनाए जाने पर राजधानी दिल्ली के अधिवक्ताओं के साथ-साथ पूरी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बिरादरी में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है। एएमयू ओल्ड ब्वायज़ एसोसिएशन ने अनीसुल हक़ को इस ओहदे के लिए पूरी तरह से उपयुक्त बताते हुए अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
अनीसुल हक़ भारत की कुछ जानी-मानी कंपनियों के लिए सर्वाेच्च न्यायालय और दिल्ली हाईकोर्ट में केसों की पैरवी करते हैं। इनमें आदित्य बिड़ला फ़ाइनांस लिमिटेड के केसों की पैरवी के अलावा वह पंजाब एंड सिंध बैंक, शिवालिक स्मॉल फ़ाइनांस बैंक और इंडो स्टार कैपिटल फ़ाइनांस लिमिटेड के न्यायिक मामलों की सर्वाेच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय में पैरवी करते रहते हैं। एडवोकेट अनीसुल हक़ हज कमेटी ऑफ इंडिया के स्टैंडिंग काउंसिल भी हैं, जो सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट सहित दिल्ली की अदालतों में उनके मामलों को प्रस्तुत करते हैं। अनीस हज कमेटी से जुड़े न्यायिक मामले भी देखते रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे अनीसुल हक़ ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से क़ानून की डिग्री ली थी। अपने छात्र जीवन के दौरान वह राष्ट्रीय सेवा योजना यानी एनएसएस में राष्ट्रीय सेवा कर्मी रहे। उस दौरान वह विश्वविद्यालय में अनेक अहम पदों पर रहे। उन्होंने यूनिवर्सिटी इंतज़ामिया और छात्रों के बीच संवाद सेतु का भी काम किया। वह एएमयू लॉ सोसाइटी सचिव, एसएस हॉल नार्थ में सीनियर फूड और सीनियर हॉल जैसे अनेक पदों पर रहे। छात्र कल्याण के लिए उन्होंने विभिन्न संस्थाओं में अलग-अलग स्तरों पर अपनी सेवाएं दी हैं।