डॉ. जय प्रकाश द्वारा चीन के नानकाई विश्वविद्यालय में व्याख्यान
अलीगढ़, 3 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के भौतिकी विभाग के डॉ. जय प्रकाश ने नानकई विश्वविद्यालय, तियानजिन, चीन में ‘टोपोलॉजिकल फोटोनिक्स एंड बियॉन्ड’ विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला के दौरान ‘लिक्विड क्रिस्टल नैनोकम्पोजिट-आधारित मेमोरी डिवाइस और उनके अनुप्रयोग’ विषय पर एक आमंत्रित व्याख्यान दिया।
डॉ. प्रकाश ने वैश्विक डेटा मात्रा के संदर्भ में मेमोरी प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रकाश डाला और प्रगति की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पारंपरिक एनएएनडी फ्लैश मेमोरी की तुलना में लिक्विड क्रिस्टल मेमोरी के फायदों पर चर्चा की। डॉ. प्रकाश विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ भी जुड़े और नवीन दिशाओं में सहयोगात्मक अनुसंधान के अवसर तलाशे।
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सर सैयद हाल में खेल प्रतियोगिता
अलीगढ़, 3 फरवरीः फिट इंडिया वीक 2024 समारोह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सर सैयद हॉल (दक्षिण) में उत्साह के साथ जारी रहा, जहां एक दिवसीय मैत्रीपूर्ण बैडमिंटन मैच का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों ने फिटनेस और सौहार्द का प्रदर्शन करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ प्रतिस्पर्धा की।
खेल वार्डन डॉ. आतिफ अफजल के नेतृत्व में, प्रोवोस्ट डॉ. फारूक अहमद डार की कप्तानी वाली प्रशासन टीम का सामना मोहम्मद एहतशामुल इस्लाम खान के नेतृत्व वाली छात्र टीम से हुआ और विश्वविद्यालय बैडमिंटन खिलाड़ी मोहम्मद फैज ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
मुख्य अतिथि, यूनिवर्सिटी पीआरओ, उमर एस पीरजादा ने मैच का उद्घाटन किया और खेल में अपने अनुभवों से प्राप्त समग्र विकास पर मूल्यवान अंतर्दृष्टि साझा की। विशिष्ट अतिथि ट्रॉमा के सीएमओ डॉ. सज्जाद हुसैन ने अपने संबोधन में फिटनेस के महत्व पर जोर दिया।
प्रोवोस्ट डा. फारूक अहमद डार ने छात्र समुदाय की बेहतर सेवा के लिए हॉल परिसर में एक स्टेशनरी जनरल स्टोर के उद्घाटन की घोषणा की। उन्होंने छात्रों के समग्र विकास, छात्रों और प्रशासन के बीच संबंधों को मजबूत करने में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
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पेपर प्रेजेंटेशन में जेएन मेडिकल कालिज के डॉ. माधव चैधरी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया
अलीगढ़ 3 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेएन मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग में रेजीडेंट चिकित्सक डॉ. माधव चैधरी ने टीएमयू मुरादाबाद में यूपी ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा आयोजित यूपी-ई-पीजीसीओएन (स्टेट यूपी कॉन्फ्रेंस) में पेपर प्रेजेंटेशन में प्रथम पुरस्कार हासिल किया है।
डॉ. माधव चैधरी ने एक साथ दोनों घुटनों के प्रत्यारोपण से गुजरने वाले रोगियों के लिए प्रत्यारोपण स्थिति में ‘व्यक्तिगत’ दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, प्रत्यारोपण की स्थिति में सुधार के तरीकों पर अपना शोध प्रस्तुत किया। इस शोध से घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बेहतर परिणामों से दुनिया भर के सर्जनों और रोगियों दोनों को लाभ होगा। उनका लक्ष्य इन रोगियों का अनुसरण करना और दीर्घकालिक नैदानिक परिणामों का आकलन करना है।
पोस्टर और पेपर प्रेजेंटेशन के लिए इस सम्मेलन में पूरे राज्य के रेजीडेंट चिकित्सकों ने भाग लिया। जेएन मेडिकल कालिज के आर्थोपैडिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अब्दुल कय्यूम खान और ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग के शिक्षकों ने इस उपलब्धि के लिए डा. माधव चैधरी को बधाई दी है।
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दर्शनशास्त्र विभाग में शोक सभा का आयोजन
अलीगढ़ 3 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग के शिक्षकों और छात्रों ने विभाग के पूर्व शिक्षक डॉ. तसद्दुक हुसैन को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका गत 24 जनवरी को निधन हो गया था। शोक सभा में उनके े मित्र, सहकर्मी और शुभचिंतक शामिल हुए। सांस्कृतिक शिक्षा केंद्र के समन्वयक और डॉ. हुसैन के पुराने सहयोगी प्रो. एफ. एच. शेरानी ने बैठक की अध्यक्षता की।
श्री हुसैन वहीद ने एक करीबी पारिवारिक सहयोगी के रूप में डॉ. तसद्दुक की पुरानी यादों को याद किया और अपने पिता स्वर्गीय प्रोफेसर वहीद अख्तर के साथ उनके विद्वतापूर्ण जुड़ाव पर प्रकाश डाला।
हिंदी विभाग के डॉ. अजय बिसारिया ने डॉ. हुसैन के बहुआयामी व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और शैक्षिक और सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में उनकी गहरी रुचि के लिए उन्हें प्रेमपूर्वक याद किया। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. हुसैन शास्त्रीय संगीत के आगरा-अतरौली घराने से जुड़े थे और बाद में उन्होंने विश्वविद्यालय के दृष्टिबाधित छात्रों के लिए आरक्षण दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वीमेन्स कॉलेज के पूर्व दर्शनशास्त्र अनुभाग प्रभारी डॉ. हयात आमिर ने अपनी विविध शैक्षणिक रुचियों के बारे में बात की।
दर्शनशास्त्र विभाग के डॉ. अब्दुल शकील ने डॉ. तसद्दुक के छात्र के रूप में अपनी यादें साझा कीं और दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना की।
दर्शनशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर लतीफ हुसैन शाह काजमी ने कहा कि डॉ. हुसैन ने एक अनुकरणीय और साहसी जीवन जिया और हमेशा अपने सहयोगियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा। विभिन्न शैक्षणिक और सामाजिक क्षेत्रों में उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित और मार्गदर्शन करता रहेगा।
अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रोफेसर शीरानी ने कहा कि डॉ. तसद्दुक हुसैन में एक आदर्श इंसान के सभी गुण मौजूद थे। एक प्रखर विद्वान होने के अलावा, वह अपने अनूठे और सुंदर तरीकों से जरूरतमंद लोगों की मदद करते थे। उन्होंने अपने व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन, साहित्य, कविता, नाटक और संगीत में अपनी गहरी रुचि से लेकर सहकर्मियों के साथ अपने शैक्षणिक आदान-प्रदान तक के किस्से भी साझा किए।
दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. अकील अहमद ने कहा कि डॉ. हुसैन न केवल उल्लेखनीय स्मृति और आत्म-जागरूकता वाले एक प्रतिभाशाली विद्वान थे, बल्कि उनमें साहस, सहनशीलता और आत्मनिर्भरता जैसे गुण भी थे। उनमें अद्भुत हास्यबोध और अदम्य भावना थी।
विभागाध्यक्ष ने डा. हुसैन की संक्षिप्त जीवन यात्रा भी प्रस्तुत की और शोक प्रस्ताव पढ़ा, जिसमें डॉ. हुसैन के परिवार के प्रति गहरी क्षति और दुख व्यक्त किया गया।
डॉ. दीवान टी खान ने डॉ. हुसैन से जुड़ी अपनी यादें साझा कीं और कुछ शेर उन्हें समर्पित किए।
दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया।
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विस्तार व्याख्यान आयोजित
अलीगढ़ 3 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पश्चिम एशियाई और उत्तरी अफ्रीकी अध्ययन विभाग ने मलावी में सहायक प्रोफेसर डॉ. नंदिनी पटेल द्वारा ‘थर्ड वेव डेमोक्रेसी का प्रवाह और उतार – दक्षिणी अफ्रीका पर फोकस’ विषय पर एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया। स्कूल ऑफ गवर्नमेंट और मलावी, अफ्रीका में इंस्टीट्यूट फॉर पॉलिसी इंटरेक्शन (आईपीआई) के संस्थापक और कार्यकारी निदेशक, जिन्होंने दक्षिणी अफ्रीका में लोकतंत्र की जटिल गतिशीलता में अंतर्दृष्टि साझा की।
डॉ. पटेल ने दक्षिणी अफ्रीका के विशिष्ट संदर्भ में थर्ड वेव डेमोक्रेसी की जटिलताओं का पता लगाया, जिससे क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य की व्यापक समझ पैदा हुई। व्याख्यान के बाद प्रश्न और उत्तर सत्र भी आयोजित किया गया।
इससे पूर्व अतिथि वक्ता का स्वागत करते हुए, पश्चिम एशियाई और उत्तरी अफ्रीकी अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद अजहर ने दक्षिणी अफ्रीका के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य को समझने में व्याख्यान के महत्व पर जोर दिया।
प्रो. जावेद इकबाल ने प्रारंभिक टिप्पणी दी, जबकि कार्यक्रम संयोजक डॉ. इम्तियाज अहमद ने अतिथि वक्ता का परिचय दिया और व्याख्यान का संदर्भ प्रस्तुत किया।
डीन सामाजिक विज्ञान संकाय प्रोफेसर मिर्जा असमर बेग ने व्याख्यान से मुख्य निष्कर्षों का सारांश देते हुए समापन टिप्पणी दी।
प्रो. रखशंदा एफ फाजली ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का संचालन सना नूर ने किया।
जेएन मेडिकल कालिज की प्रोफेसर फातिमा खान का युवा राजदूत के रूप में चयन
अलीगढ़ 3 फरवरीरू अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जे.एन. मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की प्रोफेसर फातिमा खान को वर्ष 2024 के लिए भारत में अमेरिकन सोसाइटी ऑफ माइक्रोबायोलॉजी (एएसएम) के युवा राजदूत के रूप में चुना गया है।
प्रोफेसर खान दुनिया भर से चुनी गई विज्ञान के 100 से अधिक युवा राजदूतों के प्रतिष्ठित नेटवर्क में शामिल होने वाले एएसएम युवा राजदूत के रूप में चुने जाने वाली एकमात्र भारतीय हैं, जो समाज और विश्व स्तर पर माइक्रोबियल विज्ञान को आगे बढ़ाने पर गंभीर रूप से प्रयासरत हैं।
माइक्रोबियल विज्ञान को आगे बढ़ाने और सभी के लिए दुनिया को बेहतर बनाने के लिए छात्रों और प्रारंभिक-कैरियर माइक्रोबायोलॉजिस्ट को शामिल करने के सोसाइटी के प्रयासों में युवा राजदूत केंद्रीय हैं।