चौबेपुर, वाराणसीःचोलापुर विकासखंड के अंतर्गत बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित छीतमपुर, चुमकुनी, दुबान बस्ती और कैथी प्राथमिक विद्यालयों में बुधवार को सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा बच्चों को रोचक पुस्तकें प्रदान करते हुए आशा बाल पुस्तकालय की श्रृंखला की शुरुआत की गई। ‘एक देश समान शिक्षा अभियान’ के तहत सभी को समान और बेहतर शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संस्था द्वारा पिछले तीन वर्षों से सरकारी स्कूलों में बाल साहित्य प्रदान किया जा रहा है। अब तक कुल 19 विद्यालयों में पुस्तकालय शुरू किए जा चुके हैं।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि तकनीकी युग में बच्चों में पढ़ने की रुचि घट रही है, जबकि पढ़ने की आदत से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है और वे जागरूक बनते हैं। यदि यह आदत नहीं डाली जाती तो वे सोशल मीडिया से प्राप्त अधकचरी और असत्य जानकारी को ही सत्य मानकर सही और गलत में अंतर करने की क्षमता खो बैठेंगे।

छीतमपुर विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक अरविन्द कुमार पाण्डेय ने कहा कि व्यक्तित्व विकास के लिए किताबों का अत्यधिक महत्व है। इनमें निहित ज्ञान को आत्मसात करने से हम एक जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं, जो परिवार, समाज, देश और प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझे। चुमकुनी प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक दुर्गेश चौबे ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को उनके स्थानीय परिवेश और जानकारियों से संबंधित पुस्तकों को पढ़ने से उनका सामान्य ज्ञान बढ़ेगा।

इस अवसर पर प्रदीप सिंह, पंकज मित्तल, पूजा पाण्डेय, अबू मोहम्मद आदिल, रेनू सिंह, दुर्गेश चौबे, अनुराधा, संध्या शर्मा, लता सिंह, अजय सिंह, सोनी श्रीवास्तव, सरिता, ज्योति प्रकाश गुप्ता, रमेश प्रसाद, सुरेखा, और मधुबाला समेत अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।