जराचिकित्सा (वृद्धावस्था चिकित्सा) में अभूतपूर्व अनुसंधान और अकादमिक उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया गया
वाराणसीः नेशनल सेंटर ऑफ़ एजिंग जराचिकित्सा चिकित्सा विभाग आईएमएस बीएचयू ने केएन उडुपा सभागार में 29 नवंबर से 1 दिसंबर 2024 भारतीय जराचिकित्सा अकादमी (आईएजी) के 21वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया।
भारतीय जराचिकित्सा अकादमी (जेरिकॉन2024) का 21वां वार्षिक सम्मेलन) 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग, जराचिकित्सा चिकित्सा विभाग आईएमएस बीएचयू, वाराणसी में आयोजित किया गया था ,जिसमे जराचिकित्सा में अभूतपूर्व अनुसंधान और अकादमिक उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया गया । विभाग के प्रमुख और नोडल अधिकारी एनसीए प्रोफेसर अनुप सिंह के मार्गदर्शन में, विभाग के दो छात्रों को पुरस्कार मिला। डॉ. निशांत रॉय ने मौखिक प्रस्तुति श्रेणी में प्रथम पुरस्कार और एक स्वर्ण पदक जीता और उसी विभाग के डॉ. देबब्रत ब्रह्मा ने पोस्टर प्रस्तुति श्रेणी में दूसरा पुरस्कार हासिल किया। उन्होंने कहा कि ये उपलब्धियां वृद्धावस्था देखभाल और अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए विभाग के समर्पण को उजागर करती हैं। इस प्रतिष्ठित आयोजन को आईएमएस बीएचयू के लिए गौरवपूर्ण क्षण बना दिया गया है। सम्मेलन के लिए लगभग 250 प्रतिनिधियों ने पंजीकरण कराया है