Total Views: 55
वराणसीः भारतीय भाषा दिवस 2024 के पूर्व संध्या में आयोजित चिन्नास्वामी सुब्रमनियम भारती के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में भारतीय भाषा दिवस बांग्ला विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मनाया गया। राष्ट्रीय शिक्षानीति 2020 के अंतर्गत भारतीय भाषाओं के महत्व को स्वीकार करते हुए अधिक से अधिक भाषाओं को सीखने के लिए अनुकूल वातावरण बनाना ही इस नीति का मूल उद्देश्य है।
कार्यक्रम का प्रारंभ काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलगीत से हुआ। तत्पश्चात विभागाध्यक्ष डॉ. सुमिता चटर्जी ने अभ्यागत अतिथियों का स्वागत किया एवं विभिन्न भाषाओं को पढ़ाने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
इस आयोजन में भारतीय भाषाओं के अनेक विद्वान उपस्थित थे। प्रोफेसर आभा गुप्ता ठाकुर – हिंदी, डॉ मुशर्रफ अली – उर्दू, प्रोफेसर शरदिंदु कुमार तिवारी – संस्कृत, प्रोफेसर रामचंद्र मूर्ती – तेलुगु , प्रोफेसर पी. दलाई – ओड़िया, डॉ. नामदेव गपाते – मराठी , डॉ. जगदीशन – तमिल , डॉ. अरुण कुमार यादव – पाली, हरिश्चंद्र पी जी कॉलेज से प्रोफेसर ऋचा सिंह – भोजपुरी, आर्य महिला पी जी कॉलेज से डॉ. स्वप्ना बंद्योपाध्याय – बांग्ला, सभी ने अपनी अपनी भाषा और साहित्य की संभावनाओं पर विचार व्यक्त किया। अनुष्ठान का संचालन बांग्ला विभाग का शोध छात्र सौमिक मुखर्जी ने किया। अंत में विभागाध्यक्ष सुमिता चटर्जी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। अनुष्ठान में प्रोफेसर बिंदु लाहिड़ी, डॉ. सोमा दत्ता, डॉ. अंतरा दास, डॉ. सुकुमार बर्मन आदि उपस्थित थे। बांग्ला विभाग एवं अन्य विभाग के छात्र छात्राएं इस भाषा उत्सव में उपस्थित हुए।