बरकछा स्थित पशु चिकित्सा संकाय में “क्लीन एंड ग्रीन मिल्क प्रोडक्शन” पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
वाराणसीः भारतीय दुग्ध संघ (इंडियन डेयरी एसोसिएशन), पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बरकछा स्थित राजीव गाँधी दक्षिणी परिसर में पशु पोषण विभाग, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान संकाय द्वारा “क्लीन एंड ग्रीन मिल्क प्रोडक्शन” पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस सेमिनार के प्रथम सत्र में 200 से अधिक पुरुष एवं महिला किसानों और छात्रों ने भाग लियाl आयोजन के मुख्य अतिथि प्रोफेसर आशीष सिंह, आचार्य प्रभारी, दक्षिणी परिसर ने डेयरी किसानों के महत्वपूर्ण विषय को उठाने के लिए प्रतिभागियों और आयोजकों को बधाई दी।
उन्होंने मानव आहार में दूध के महत्व पर जोर दिया। भारतीय दुग्ध संघ, पूर्वी उत्तर प्रदेश चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. अरविंद ने डेयरी क्षेत्र के तीन स्तंभों किसान, वैज्ञानिक और उद्योग पर प्रकाश डाला और स्वच्छ और हरित दूध उत्पादन के लिए सामूहिक दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. तेजिंदर सिंह, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, मिर्ज़ापुर ने डेयरी किसानों के लिए राज्य सरकार के तहत चल रही विभिन्न योजनाओं का वर्णन किया। प्रोफेसर शाहिद परवेज, डीन ने सेमिनार और आयोजनों का लाभ उठाने के लिए अपनी शुभकामनाएँ दींl प्रोफेसर अमित राज गुप्ता, विभागाध्यक्ष ने पशुपालन के विभिन्न नैदानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला।
अकादमिक किसान सम्मेलन के दौरान विशेषज्ञ पैनलिस्ट प्रो. अमितराज गुप्ता, डॉ. प्रियरंजन कुमार, डॉ. महिपाल चौबे, डॉ. अनुराधा कुमारी, डॉ. सारोक कुमार ने आधुनिक पशुपालन परिपाटियों और पशुओं में बीमारियों के नियंत्रण के बारे में चर्चा की। किसानों से चर्चा के दौरान भारतीय दुग्ध संघ, पूर्वी उत्तर प्रदेश चैप्टर के सचिव डॉ. तरुण वर्मा ने वेगन मिल्क के विषय पर विस्तृत विश्लेषण किया और दूध के महत्व के बारे में बताया। डॉ. सुनील मीना ने भी इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया।
दूसरे सत्र के दौरान, डॉ. नितिन त्यागी, प्रधान वैज्ञानिक, राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल ने पशु उत्पादन के दौरान कार्बन फुट प्रिंट को कम करने पर अपनी बात रखी। उन्होंने भारतीय परिदृश्य में पर्यावरण के अनुकूल दूध उत्पादन को दर्शाने के लिए सूचनात्मक अनुसंधान डेटा का चित्रण किया। डॉ. एस.एन. सिंह और डॉ. एस.के. गोयल, के.वी.के., बरकछा ने किसानों की परिचर्चा के दौरान सहायता की।
बाद में डॉ. सुषमा कुमारी, विभागाध्यक्ष, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना ने उपभोग के लिए दूध की गुणवत्ता में सुधार के लिए दुग्ध स्वच्छता और विविध प्रौद्योगिकियों के बारे में चर्चा की। मंच संचालन डॉ. उत्कर्ष त्रिपाठी ने किया। अन्य संकाय सदस्य डॉ. संजय रवि, डॉ. संतोष मरांडी, डॉ. अमितोष कुमार, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. पवन यादव, डॉ. संदीप चौधरी, डॉ. अभिषेक सिंह, डॉ. अजय चतुर्वेदानी, डॉ. सौती भी मौजूद थे। कार्यक्रम में डॉ. दीपान्विता उपस्थित रहीं और किसानों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।