Total Views: 111

वाराणसीः प्रो. श्रवण कुमार सिंह ने 1 मार्च 2024 को बीएचयू के जेनेटिक्स एवं प्लांट ब्रीडिंग विभाग के विभागाध्यक्ष पद को ग्रहण किया। यह विभाग कृषि विज्ञान संस्थान के सबसे बड़े एवं प्रतिष्ठित विभागों में गिना जाता है। इस विभाग द्वारा पूर्व में फसलों की ढेर सारी लोकप्रिय किस्में निकाली गई है तथा कुछ किस्में भारत के अलावा अन्य देशों में भी प्रचलित हुई हैं। इस विभाग के ज्यादातर वैज्ञानिक अपने अनुसंधान क्षेत्र में विश्व स्तरीय स्थान रखते हैं‌। यह सभी वैज्ञानिक, प्रमुख फसलों की उन्नतशील किस्में बनाने में सतत प्रयत्नशील हैं। पिछले वर्ष प्रो. सिंह के नेतृत्व में उनके वैज्ञानिकों की टीम ने 15 वर्षों के कठिन परिश्रम से धान की उन्नतशील किस्म ‘मालवीय मनीला सिंचित धान-१’ ईरी फिलिपींस के वैज्ञानिकों के सहयोग से तैयार कर इसे रिलीज कर दिया है, जो कि ढेर सारे मीडिया तथा किसानों का आकर्षण केंद्र रहा। प्रो. सिंह को पूर्ण विश्वास है कि भविष्य में यह किस्म पूर्वी भारत में कृषि उत्पादन में क्रांति लायेगी । प्रो. सिंह मूलतः ग्राम कछवंद, डोभी जौनपुर के स्वर्गीय धनंजय सिंह के पुत्र हैं। प्रो. सिंह ने अप्रैल 1990 में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय रांची में सहायक प्राध्यापक के रूप में अपना कार्य शुरू किया तथा वर्ष 1999 में सह-प्राध्यापक के पद पर पदोन्नति हुए । वर्ष 1999 में यह रवांडा अफ्रीका के ‘ हायर इंस्टिट्यूट ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड लाइव स्टॉक ’ में अध्यापन कार्य किये । नवंबर 2006 में प्रो. सिंह ने बीएचयू में प्रोफेसर आफ जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग का पद ग्रहण किया तथा वर्ष 2018 में सीनियर प्रोफेसर के पद पर पदोन्नति पाये। पूर्व में प्रो. सिंह ने कई फसलों की लोकप्रिय किस्में बनाकर रिलीज कर चुके हैं। यह विश्व स्तर पर जेनेटिक्स एंड प्लांट बिल्डिंग के प्रतिष्ठित अध्यापक एवं वैज्ञानिक हैं । इनके अंतर्राष्ट्रीय योगदान पर ‘अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान ’ (इरी) फिलिपींस ने वर्ष 2022 में इन्हें भारत में धान प्रजनन का कोआर्डिनेटर बनाया है।

प्रो. सिंह 3 वर्षों तक ‘ इंडियन सोसाइटी ऑफ जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग ’  के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं। पिछले कई दशकों से यह विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान परियोजनाओं के प्रधान अन्वेषक के रूप में कार्य करते आ रहे हैं। प्रो. सिंह अपने अनुसंधान प्रस्तुति हेतु विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में कई देशों जैसे चीन, फिलीपींस, रवांडा अफ्रीका, बांग्लादेश, नेपाल इत्यादि का भ्रमण कर चुके हैं। अभी तक प्रो. सिंह 40 एमएससी तथा 12 पीएचडी छात्रों को उनके थीसिस रिसर्च के लिए निर्देशन कर चुके हैं। प्रो. सिंह 140 से ज्यादा शोध पत्र इत्यादि विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित कर चुके हैं । यह छात्रों के बीच में एक लोकप्रिय प्राध्यापक हैं। वर्ष 2020 के कोरोना काल में अपने अभिनव शिक्षण हेतु प्रो. सिंह ने जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग पर अपना यूट्यूब चैनल प्रारंभ किया जो आज विश्व स्तर पर लोकप्रिय है‌ I प्रो. सिंह का योगदान बीएचयू को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग बढ़ाने में भी सहयोग कर रहा है। प्रो. सिंह ने बताया कि उनके विभाग से पढ़े ढेर सारे पूर्व छात्र आज विश्व में अपने-अपने क्षेत्र में सर्वोच्च पदों पर बैठे हैं। प्रो. सिंह पूर्ण आस्वस्थ हैं कि वह अपने प्रतिभावान सहकर्मियों के सहयोग से विभाग को नई ऊंचाइयां देने में सफल होंगे।

 

 

 

 

 

(प्रो. श्रवण कुमार सिंह)

जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग

बीएचयू

Leave A Comment