मैं बनारस के घाटों की अद्वितीयता और उनकी रात्रि की चमक को बहुत खूबसूरती से व्यक्त किया हूं। मैं उस विशेष बनारस घाटों की माहौलिकता और चमक को बखूबी समझा और प्रकृति में उन विशेष तत्वों का उपयोग और मैं बनारस घाटों के प्रकाश को बहुत गहराई से दिखाया हू ,जैसे की गंगा के प्रकाशित तरंगों का प्रतिबिंब और घाटों की सुंदरता मेरे उत्कृष्ट वर्णन प्रेरणादायक है, जो मेरे संवेदनशील दृष्टिकोण और मेरे भावनाओं को व्यक्त करता है ,
मेरे कलाकृतियों में गोल्डेन रंग और उनकी प्रभावशाली प्रकृति उसे अदिति स्थल के साथ एक सुंदर संबंध बनाता है इस तरह से मेरे कलाकृतियों में बनारस की अनूठी मौलिकता और रुचिकर चमक को बहुत ही सुंदरता से प्रस्तुत किया हूं।
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35वीं संगीत पूर्णिमा एवं राम छत्रपार 11वीं कलाकार रेजीडेंसी प्रदर्शनी के अवसर पर 22 जून 2024 को शाम 6:30 बजे पूर्णिमा की शाम को माँ गंगा के तट पर राम छत्रपशिल्प न्यास इंडिया,ईसी गैलरी,महेश नगर कॉलोनी, सामने घाट रोड, लंका, वाराणसी में उद्घाटन समारोह किया गया, जिसमें अलग-अलग राज्यों से 10 कलाकारो ने भाग लिया, अतः यह गैलरी सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक सुचारू रूप से कला प्रेमियों के लिए 29/6/2024 तक खुली रहेगी।
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