वाराणसी, 19 मार्च 2025 – भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, लखनऊ और महिला महाविद्यालय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में “फागउत्सव” का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. रीता सिंह के स्वागत वक्तव्य से हुआ।
उत्सव की शुरुआत उत्तर प्रदेश के शास्त्रीय नृत्य ‘कथक’ से हुई, जिसमें डॉ. रुक्मिणी जायसवाल और उनके समूह ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस आयोजन में अमेरिका से आई फुलब्राइट टीम की उपस्थिति ने इसे अंतरराष्ट्रीय आयाम दिया। टीम के प्रमुख डॉ. अशोक ओझा ने हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति को गहराई से समझने के मिशन पर जोर दिया। टीम की डायरेक्टर गैब्रिएला ने भारत की विविध संस्कृति को जानने की उत्सुकता जताई।
पूर्व प्राचार्या प्रो. चंदकला त्रिपाठी ने एआई के दौर में संस्कृति की प्रासंगिकता पर विचार रखे, जबकि हिंदी विभाग की प्रो. आभा गुप्ता ठाकुर ने भारतीय लोक कथाओं पर चर्चा की। UGC MMTTC के निदेशक डॉ. आनंदवर्धन शर्मा ने बनारस की लोक कथाओं से जुड़ी रोचक बातें साझा कीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. वशिष्ठ द्विवेदी ने कहा कि भारत उत्सवों में जीवंत रहता है, जहां लोक, शास्त्र और ज्ञान का संगम दिखता है। उन्होंने गांवों में होली के उल्लास और किसानों के फाग उत्साह पर भी चर्चा की।
धन्यवाद ज्ञापन महिला महाविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. हरीश कुमार ने किया। इस मौके पर डॉ. विवेकानंद उपाध्याय, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. उर्वशी गहलौत, डॉ. प्रियंका सोनकर समेत कई शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
