अलीगढ़ 22 मार्चः स्माइल ट्रेन, एक अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन, जो राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के सहयोग से समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के रोगियों के लिए कटे तालू एवं कटे होंट उपचार का समर्थन करता है, जो सर्जरी/उपचार का भुगतान नहीं कर सकते, के अलीगढ़ चैप्टर द्वारा राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम (आरबीएसके) के सहयोग से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में एक राष्ट्रीय जन्म दोष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य जन्म दोष की समस्याओं से प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिजनों पर उनके प्रभाव के बारे में बताना था।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में, स्माइल ट्रेन (अलीगढ़ चैप्टर) के निदेशक, प्रोफेसर इमरान अहमद (प्लास्टिक सर्जरी विभाग) ने स्माइल ट्रेन के उद्देश्यों और गतिविधियों और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के साथ इसके सहयोगात्मक कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संगठन ने दुनिया भर में कटे होंठ और तालु से प्रभावित लाखों बच्चों को मुफ्त में सर्जरी के माध्यम से मदद की है। विभाग ने भी कटे होंठ और तालू के 350 से अधिक रोगियों का उपचार किया है और उनकी मुस्कान वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रोफेसर अहमद ने प्रभावित व्यक्तियों की भोजन संबंधी सलाह पर ध्यान केंद्रित किया और बताया कि कैसे इस तरह की विकृति के बारे में जागरूकता फैलाने से किसी का जीवन बदल सकता है और उनके आत्मविश्वास का स्तर बढ़ सकता है। उन्होंने सामान्य जागरूकता के लिए विज्ञापन पंपलेट के साथ मरीज-से-मरीज की फोटो खींचकर मुस्कान भेजने का आग्रह किया।
इससे पूर्व प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, प्लास्टिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष, डॉ. एम फहुद खुर्रम ने विभिन्न जन्मजात दोषों जैसे कटे होंठ और तालु, जन्मजात हाथ की विसंगतियाँ, हाइपोस्पेडिया आदि पर प्रकाश डाला और जन्म दोषों से निपटने में सहयोगात्मक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने प्रभावित व्यक्ति के सहयोग इस द्वोष की शीघ्र रोकथाम और शीघ्र उपचार के तरीकों पर भी प्रकाश डाला जो आज विभिन्न योजनाओं के तहत जेएन मेडिकल कालिज हास्प्टिल में उपलब्ध हैं।
आरबीएसके के श्री मुनाजिर ने बताया कि कैसे आरबीएसके मुफ्त परिवहन सेवाओं के साथ-साथ प्रभावित व्यक्तियों और उनके परिवारों की मदद कर रहा है।
डॉ. एस सरफराज अली ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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‘प्रोस्थोडॉन्टिक्स में क्लिनिकल प्रशिक्षण कार्यक्रम’ 5 फरवरी से
अलीगढ़ 22 मार्चः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डॉ. जेडए डेंटल कॉलेज (जेडएडीसी) के प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग द्वारा संचालित तीन महीने का स्व-वित्तपोषित और अवलोकन आधारित ‘प्रोस्थोडॉन्टिक्स में क्लिनिकल प्रशिक्षण कार्यक्रम’ 5 अप्रैल से प्रारंभ हो रहा है।
प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग की अध्यक्ष, प्रोफेसर शाइस्ता अफरोज ने कहा कि बीडीएस उत्तीर्ण स्नातक जिन्होंने डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीआई) से मान्यता प्राप्त किसी भी संस्थान से इंटर्नशिप पूरी की है, वे अपना आवेदन 27 मार्च, 2024 तक prosthodontics6zadc@gmail.comया chairperson.pv@amu.ac.in पर ईमेल के द्वारा भेज सकते हैं।
उन्होंने कहा है कि प्रवेश के समय वांछित शुल्क कराना होगा। प्रवेश पहले आओ पहले पाओ/प्रतीक्षारत होने के आधार पर दिया जाएगा।
आवेदन पत्र www.amu.ac.in/department/prosthodontics-and-dental-material/useful-download पर निःशुल्क उपलब्ध है।
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अमुवि के 9 छात्रों को मिला प्लेसमेंट
अलीगढ़ 22 मार्चः ग्रामीण सरकारी स्कूल शिक्षा प्रणाली के साथ काम करने वाले भारत के अग्रणी फाउंडेशनों में से एक, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट कार्यालय (सामान्य) द्वारा आयोजित कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव के माध्यम से, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान, कला और विज्ञान संकाय के नौ छात्रों को एसोसिएट्स के रूप में चुना गया है।
टीपीओ साद हमीद ने बताया कि चयनित छात्रों में अनम इमाम (एमए मनोविज्ञान), डिंपल सिंह (एमए अंग्रेजी), फातिमा जमील (एमएसडब्ल्यू), मोहम्मद अफ्फान (एमएसडब्ल्यू), जेहरा जैदी (एमएसडब्ल्यू), फाजिला सरताज (एमएससी रसायन विज्ञान), सिदरा मुशर्रफ (एमएससी भूगोल), वसी अहमद (एमए भूगोल), श्री जाकिर हसन (एमएससी भौतिकी) शामिल हैं।
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