वाराणसी: प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी 7 नवम्बर को सर सी वी रमन के जन्म शाताब्दी के उपलक्ष्य में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय ने सर सी वी रमन व्याख्यान शृंखला का भव्य आयोजन किया . यह व्याख्यान शृंखला वर्ष 2024 के भौतिकी ,रसायन और मेडिसिन के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार विजेताओं और उनके वैज्ञानिक खोजों पर आधारित थी .इस कार्यक्रम की शुरुआत महामना मदन मोहन मालवीय जी और सर सी वी रमन के प्रतिमा पर माल्यार्पण और कुलगीत के साथ हुई. इस श्रृंखला की शुरुआत IISc बैंगलोर के भैतिकी विभाग के प्रोफेसर चंदन दास गुप्ता के व्याख्यान से हुई। उन्होंने इस वर्ष भौतिकी के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार विजेताओं के सिद्धांतों की बात की। इस वर्ष जॉन एच हॉपफ़ील्ड और जेफ्री ई हिंटन को उनके आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क की सहायता से मशीन लर्निंग के सिद्धांतों की खोज के लिए भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रोफ़ चंदन दास गुप्ता ने भी आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क पर आधारित हॉपफ़ाइड मॉडल (Hopefied Model) की व्याख्या की।
रसायन के क्षेत्र में इस वर्ष तीन वैज्ञानिकों David Baker, Demis Hassabis, John M. Jumper को नोबेल पुरस्कार दिया गया है जिसपर व्याख्यान देने के लिए आईआईटी कानपुर के रसायन विभाग के प्रोफ़ेसर निशांत एन नायर इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने अपने व्याख्यान में कम्प्यूटरीकृत प्रोटीन डिज़ाइन और प्रोटीन स्ट्रक्चर प्रेडिक्शन की बात की। उन्होंने बताया कि इस खोज से मानव कल्याण के लिए नयी दवाएँ भी बनायी जा सकेंगी। इसी अवसर पर बीएचयू के जन्तुविज्ञान विभाग के प्रोफेसर एस सी लखौटिया ने इस वर्ष के मेडिसिन के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार विजेताओं, Victor Ambros और Gary Ruvkun के अविष्कार की व्याख्या की । उन्होंने बताया कि मानव शरीर में उपस्थित miRNA अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे मानव शरीर का विनियमन करते हैं।
इस अवसर पर विज्ञान संकाय के डीन महेंद्र सिंह, इंटिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस के निदेशक एस एन शंखवार, रेक्टर बीएचयू प्रोफ़ेसर संजय कुमार, वरिष्ठ व सेवानिवृत्त प्रो. यशवन्त सिंह, प्रो. राजीव रमन सहित विज्ञान संस्थान के विभागाध्यक्षगण, भौमिकी विभाग के प्रो बी पांडेय, प्रो दिव्य प्रकाश, प्रो अंचल श्रीवास्तव इत्यादि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन भौमिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो अरुण देव सिंह ने किया। इस अवसर पर विज्ञान संकाय के शोध छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।