वाराणसी: अंतरराष्ट्रीय एचपीवी जागरूकता दिवस के अवसर पर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IMS), बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के एडोलेसेंट सेंटर, OPD-104 में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व नोडल अधिकारी प्रो. डॉ. संगीता राय ने किया। यह कार्यक्रम ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड, नई दिल्ली और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया।

इस अवसर पर प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ प्रो. डॉ. संगीता राय और प्रो. डॉ. ममता ने ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) और सर्वाइकल कैंसर के बीच संबंध और टीकाकरण के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि एचपीवी संक्रमण सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण है और टीकाकरण इसे रोकने में कारगर हो सकता है।

प्रो. डॉ. संगीता राय ने कहा, “हालांकि एचपीवी से बचाव के लिए प्रभावी टीके उपलब्ध हैं, लेकिन अभी भी बहुत से लोग इसके फायदों से अनजान हैं। लोगों में जागरूकता बढ़ाना ही इस बीमारी की रोकथाम का सबसे प्रभावी तरीका है।” उन्होंने एचपीवी टीके से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करते हुए लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए टीकाकरण की आवश्यकता पर जोर दिया।

कार्यक्रम के सफल आयोजन में काउंसलर नेहा चौधरी, हर्ष सिंह, और कार्यक्रम सहायक मजाहिर अब्बास हैदरी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इसके अलावा काशी विद्यापीठ और बीएचयू के मुस्कान, रिया, आलोक, राज, प्रशांत, प्रीति और राजकुमार ने भी आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया।

कार्यक्रम के दौरान इंटरएक्टिव सेशंस भी आयोजित किए गए, जहां प्रतिभागियों को विशेषज्ञों से सीधे सवाल पूछने और अपनी शंकाओं का समाधान करने का अवसर मिला। इन चर्चाओं का मुख्य उद्देश्य एचपीवी वैक्सीन और सर्वाइकल कैंसर के बारे में फैली गलत धारणाओं को दूर करना था।

कार्यक्रम के अंत में, सभी को सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए शीघ्र टीकाकरण और स्क्रीनिंग अपनाने का संकल्प दिलाया गया, ताकि इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सके।