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वाराणसीः नेशनल हेल्थ मिशन तथा ममता हेल्थ इंस्टीटयूट फॉर मदर एंड चाइल्ड के संयुक्त सहयोग से स्थापित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर एडोलसेंट हेल्थ एंड डेवलपमेंट (साथिया केंद्र) द्वारा सुंदरपुर, वाराणसी के सरकारी गर्ल्स पॉलिटेक्निक कॉलेज में मासिक धर्म स्वच्छता पर एक ज्ञानवर्धक और शैक्षिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस सत्र में लगभग 200 किशोर लड़कियों ने भाग लिया, जो मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानने के लिए उत्सुक थीं।

प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की डॉ. शुचि जैन ने इस सत्र का नेतृत्व किया और मासिक धर्म, प्री मेन्स्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS), मासिक चक्र और इसकी अवधि, और प्रभावी मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन पर व्यापक जानकारी प्रदान की। उन्होंने मासिक धर्म से जुड़े सामाजिक पहलुओं और मिथकों पर भी चर्चा की, जिससे इस विषय पर बेहतर समझ और रुचि बढ़ी और इस विषय से जुड़े कई मिथकों को तोड़ा गया। 

इसके अतिरिक्त, किशोर केंद्र के काउंसलर नवीन पांडेय ने उपस्थित लड़कियों को एनीमिया और ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) के बारे में जानकारी दी, और किशोर स्वास्थ्य में पोषण और टीकाकरण के महत्व पर जोर दिया। 

काउंसलर  नेहा चौधरी ने सैनिटरी नैपकिन के सही उपयोग और निपटान पर एक व्यावहारिक प्रदर्शन दिया, जिससे लड़कियों को सुरक्षित और प्रभावी तरीके से अपने मासिक धर्म की स्वच्छता का प्रबंधन करने की जानकारी प्राप्त हुई। 

यह कार्यक्रम युवा लड़कियों को मासिक धर्म स्वास्थ्य को आत्मविश्वास और स्वच्छता के साथ प्रबंधित करने के लिए आवश्यक ज्ञान और संसाधनों से सुसज्जित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जो उनकी समग्र भलाई और विकास में योगदान देगा

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