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वाराणसीः प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी दो दिवसीय (2 – 3 दिसम्बर 24) स्वास्थ्य मेले का आयोजन हुआ है. इस कार्यक्रम का औपचारिक उ‌द्घाटन प्रो. बी. वैगम्मा, कुलपति देवराज उर्स अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, कोलार ने फीता काटकर किया. स्वास्थ्य मेले कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. एसएन संखवार, निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने किया. इस दो दिवसीय स्वास्थ्य मेला काशी हिंदू विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान संस्थान के नवीन लेक्चर थिएटर कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया गया हैं. हजारों की संख्या में शहर एवं पूर्वांचल के लोग चिकित्सा सेवाओं से संबंधित जानकारी प्राप्त करेंगे व चिकित्सा सेवाओं का लाभ लेने पहुचे हैं.

बता दें कि 64 वें वार्षिकोत्सव का विधिवत उ‌द्घाटन 4 दिसम्बर 24 को अपराह्न 2 बजे हमारे मुख्य अतिथि प्रो. विवेक लाल, निदेशक स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान चण्डीगढ़, विशिष्ठ अतिथि प्रो. अजय सिंह, निदेशक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भोपाल द्वारा होगा एवं प्रो. संजय कुमार, कुलगुरु, काशी हिन्दू विश्ववि‌द्यालय वार्षिकोत्सव की अध्यक्षता करेंगे. इस अवसर पर प्रो. एसएन संखवार, निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, प्रो. अशोक कुमार, संकाय प्रमुख आधुनिक चिकित्सा, प्रो. गोपाल नाथ, संकाय प्रमुख (अनुसंधान) प्रो. पीके गोस्वामी, संकाय प्रमुख आयुर्वेद, प्रो. एचसी वरनवाल, संकाय प्रमुख दन्त चिकित्सा विज्ञान एवं प्रो. केके गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक, सर सुन्दरलाल चिकित्सालय, प्रो. सौरभ सिंह, आचार्य प्रभारी, ट्रामा सेंटर इत्यादि मौजूद रहेंगे.

बातचीत के दौरान न्यूरोलॉजी विभाग के हेड प्रोफेसर बीएन मिश्रा ने बताया कि चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिंदू विश्ववि‌द्यालय दिन प्रतिदिन नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है. इसके अगुआ निदेशक प्रो. एसएन संखवार के अथक प्रयासों से वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में दो महत्वपूर्ण उपलब्धियां वृक्क प्रत्यारोपण की पुनः शुरुआत एवं एम्स का दर्जा प्राप्त किया. इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों, शैक्षणिक रूप से उत्कृष्ट छात्रों, संस्थान के सेवानिवृत्त शिक्षकों एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों को सम्मानित किया गया. उद्घाटन सत्र के दौरान प्रो. टीपी चतुर्वेदी, प्रो. वीएन मिश्रा, प्रो. बी राम व प्रो. एसके भारतीय, प्रो. जेपी सिंह, डॉ. विपुल शर्मा, डॉ. महेश खैरनार, डॉ. सुशील दुबे आदि उपस्थित रहे.

इस मेले में मुख्य रूप से एलोपैथिक चिकित्सा, दंत चिकित्सा एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा से संबंधित परामर्श और उपचार का लाभ उठा रहे थे. मेले का संयोजन प्रोफेसर वी.एन. मिश्रा एवं उनकी टीम के दिशा-निर्देशन में किया गया है. मेले मे मधुमेह रोग, रक्तचाप और हृदय रोग जैसे रोगों का पूर्वानुमान और चिकित्सकीय परामर्श स्वास्थ्य लाभ देने पहुंचे लोगों को दिया जा रहा था. दांत, आंख, बाल रोग, श्वसन रोग, वृक्क (किडनी), पंचकर्म, स्त्री रोग और मानसिक रोगों के लिए विशेष क्लीनिक कि सुविधा उपलब्ध थी.

निःशुल्क रक्त परीक्षण, हड्डी की जांच और रक्त समूह की जांच करने के लिए लोगों की लाइन लगी हुई थी.आयुर्वेदिक पद्धति और ऋतु आधारित जीवनशैली एवं खान-पान आदि के संदर्भ में विशेष जानकारी लोगों को उपलब्ध कराई जा रही थी. साथ ही बाल चिकित्सा और मानसिक परामर्श तथा वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण की भी सुविधा उपलब्ध थी. स्वास्थ्य मेले में लगभग 64 स्टाल लगाए गए थे.

कार्यक्रम के दौरान बीएन मिश्रा ने बताया कि लगभग दो दिनों में 20000 लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. यहां पर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से लोग रजिस्ट्रेशन कराकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे है. लोगों को किडनी के बचाव, रक्तदान के लाभ, मिर्गी रोग से बचाव, हृदयघात के बाद क्या उपचार देना चाहिए से लोगों को परिचित कराया जा रहा था।

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