15 अप्रैल विश्व कला दिवस
बनारस के युवा मूर्तिकार किशन सिंह चौहान काशी हिंदू विश्वविद्यालय दृश्य कला संकाय मूर्तिकला विभाग से मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स में दृश्य कला, प्रदर्शन कला, और रचनात्मक लेखन जैसे क्षेत्रों में बनारस धार्मिक विषय पर कला अभ्यास कर रहे है ।
किशन स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने के बाद नए- नए माध्यम में कलाकृति का निर्माण कर रहे हैं
किशन सिंह की कृतियाँ मुख्यतः बनारस पर आधारित हैं, क्योंकि उन्होंने इस प्राचीन धार्मिक नगरी को जीया और अनुभव किया है और इसका प्रभाव कलाकृतियों में झलकता है, जिसमें बनारस के रंग, बनारस की बनावट, स्थापत्य कला, बनारस की घुमावदार गलियाँ, घाट, नावें, विश्वनाथ मंदिर के सुनहरे रंग, बनारस के चमकीले रंग, आयत, कोमलता का भाव, टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएँ, व मूर्तियाँ प्रतीकात्मक रूप से प्रदर्शित होती हैं,
विश्व कला दिवस ललित कलाओं का एक अंतरराष्ट्रीय उत्सव है,
जिसे दुनिया भर के युवा कलाकार विश्व कला दिवस मना रहे हैं और रचनात्मक गतिविधि के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए आजकल सोशल मीडिया का अहम भूमिका रहा है किशन का मानना है कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों को हम आसानी से देख व समझ पा रहे हैं जिससे हमें निरंतर कला क्षेत्र में कार्य करने में मदद मिल रहा है,
विश्व कला दिवस के उपलक्ष में हम चाहते हैं कि क्षेत्री लोगों को भी इस कला के बारे में जानकारी प्राप्त हो और वह भी बढ़ चढ़कर कला को अपने दैनिक जीवन के साथ जोड़ कर जीवन को सरल बनाएं और आनंद की अनुभूति प्राप्त करें,





65 सेकंड में बनायी 2 एमएम हनुमान जी की सबसे छोटी पेंटिंग
काशी के युवा कलाकार सतीश कुमार पटेल ने हनुमान जी का एक अनोखा 2 एमएम की सबसे छोटी पेंटिंग बनायी है। यह पेंटिंग इतनी छोटी है की इसे आप अपनी आँखों से ठीक तरीके से देख भी नही पायेंगे।बीएचयू के फाइन आर्ट्स डिपार्टमेंट के रिसर्च स्कॉलर व गोल्ड मेडलिस्ट छात्र सतीश कुमार अदमापुर के रहने वाले है, इस पेंटिंग को 65 सेकेंड मे बनाये है, जिसको देखने के लिए लेंस की जरूरत पड़ रही हैं यह पेंटिंग सबका ध्यान अपनी तरफ आकृषित किया हैं। पेंटिंग संकट मोचन बाबा का प्रतिरूप है , जिनको ऐक्रेलिक रंग से लगभग 100 वर्ष पुराने पर्चमेंट पेपर पर बनाये गया है। संकट मोचन संगीत समारोह को 102 वर्ष पूरे हो रहे है, उससे जुड़े सतीश ने 102 फोटो से बना संकट मोचन जी का एक फोटो कोलाज भी बनाये है। जो इस प्रदर्शनी में आप सब देख सकते हैं। पिछले साल 4×4mm की पेंटिंग बनाये थे। सतीश कुमार पटेल ने 4 सबसे बड़ी पेंटिंग/5 सबसे छोटी पेंटिंग व राम मंदिर अयोध्या,आईआईटी बीएचयू के सिक्के की डिजाइन, नरेंद्र मोदी, मालवीय जी का डिजिटल डाक टिकट के साथ सचिन तेंदुलकर, पंकज उदास, मालवीय जी, मुकेश कुमार, मनमोहन सिंह, ईरान के राष्टृपति रायसी जी का फोटो कोलाज भी बना चुके है। अब तक नेशनल, इंटरनेशनल स्तर के 25 सामूहिक प्रदर्शनी कर चुके हैं। सतीश को राज्य ललित कला अकादमी पुरस्कार भी दिया गया है।इनकी कलाकृतियां बीएचयू सेंट्रल लाईब्रेरिय, आईआईटी बीएचयू लाईब्रेरिय, भारत कला भवन, कृषि विज्ञान मे संग्रहित है।
कला दिवस पर संदेश
कला दिवस के अवसर पर, मैं, मानी वशिष्ठ, जो मथुरा से हूं और वर्तमान में मुंबई के जे.जे. कॉलेज ऑफ आर्ट्स से प्रिंटमेकिंग विभाग में मास्टर की पढ़ाई कर रही हूं, उन सभी कलाकारों और कला प्रेमियों को शुभकामनाएं देती हूं जो कला के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करते हैं।
एक महिला के रूप में, मैं अपनी कला के माध्यम से अपनी भावनाओं और अनुभवों को व्यक्त करती हूं। मेरी कला मेरे लिए एक माध्यम है जिससे मैं अपने आसपास की दुनिया को देखती हूं और उसे अपने तरीके से प्रस्तुत करती हूं।
संदेश:
“कला हमारी भावनाओं को व्यक्त करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। यह हमें जोड़ती है, हमें प्रेरित करती है, और हमें दुनिया को नए दृष्टिकोण से देखने का अवसर देती है। आइए, कला के माध्यम से हम अपने आसपास की दुनिया को और भी सुंदर और अर्थपूर्ण बनाएं।”
कला के प्रति संदेश:
“कला जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो हमें अपनी भावनाओं, विचारों और अनुभवों को व्यक्त करने का अवसर देती है। यह हमें रचनात्मकता और नवाचार की ओर प्रेरित करती है और हमें दुनिया भर की संस्कृतियों से जोड़ती है। मेरी कला में, मैं अपने अनुभवों और भावनाओं को साझा करती हूं, जो अक्सर समाज में महिलाओं के अनुभवों से जुड़ी होती हैं। आइए, कला के माध्यम से हम अपने समाज को और भी समृद्ध और विविध बनाएं।”
मेरा मानना है कि कला के माध्यम से हम अपने समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं और लोगों को जागरूक कर सकते हैं। मैं अपनी कला के माध्यम से महिलाओं के अनुभवों और भावनाओं को व्यक्त करने का प्रयास करती हूं और उम्मीद करती हूं कि मेरी कला लोगों को प्रेरित करेगी और उन्हें सोचने पर मजबूर करेगी।