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वाराणसीः काशी मंथन ने एचडीएफसी बैंक के सहयोग से ऐज ऑफ ए आई के उभरते खतरे, चुनौतियां और अवसर (Age of Al Emerging Threats, Challenges & opportunity) विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन महामना हॉल, विज्ञान संस्थान काशी हिन्दू विश्वविधालय में 11 जनवरी 2005 को सफलतापूर्वक किया गया। इस ज्ञानवर्धक व्याख्‌यान का आयोजन प्रोफेसर रमानंद राय के संयोजन में किया गया। सत्र की शुरुआत में डॉ मयंक सिंह ने एआई की अवधारणा पर प्रकाश डाला और साथ ही एआई  से जुड़े कुछ बड़े चिंताजनक घटना क्रमों का उल्लेख किया।
सत्र की शुरुआत में श्री अनुराग गोयल प्रख्यात सेवानिवृत आईएएस अधिकारी एवं सेपींग टुमारो के संस्थापक द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बचते प्रभाव, इसके संभावित अवसरों और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों के साथ संवादात्मक सत्र में भाग लिया। जहां उन्होंने छात्रों से उनके विचारों के बारे में चर्चा की कि ए आई उनके जीवन को किस तरह प्रभावित कर रहा है और वे भविष्य में ए आई के साथ खुद को कहां देखते हैं। अपने व्याख्यान के दौरान गोयल जी ने प्रसिद्ध लेखक युवाल नोवा हरारी के उद्धरण का उल्लेख किया और कहा कि ए आई अब इंसानों से अधिक शक्तिशाली बनता जा रहा है और हमें इस बदलाव के साथ तालमेल बिठाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने ट्रांस ह्यूमैनिज्म और सिंगुलैरिटी के बारे में बात की एवं व्याख्यान को समाप्त करते हुए उन्होंने यह सुझाव दिया कि हम “ए आई को डिस्टोपियन न बनने दे”।
सन की बारमात गे साथ ही प्रोफेसर महीक सिंह जे श्री अनुराग गोयल प्रख्यात सेवानिवत की अवधारणा किया आईकरस अधिकारी रापिंन हाँरो (Shaping Tone) के संस्थापक बने मंथन द्वारा एज झाँफै एआई आरजिन श्रेट्टा, चैलेोगन ऑपोस्ट्यूनिलेल विषय पर एक afa प्रभावशाली व्याख्यान दिया गया। इस आइल्यान मैं कुन्होंने आर्टिरि संटेलिजल (AT) क बढ़ते प्रभाव उसके संभावित (अन्य) प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों के साथ उन्होंने बातों से उनके विप्यारों के बारे में चुनौतियों पर सप्त में भाग चर्चा की कि उनके बोक्न को किस तरह प्रभावित कर रहा है भौर में भविष्य में 1 के साथ खुद को देखते है।
इसी क्रम में श्री दिव्यांशु वर्मा जो एक प्रमुख डिजिटल सुरक्षा संगठन के सीईओ है उनके द्वारा ए आई को हराने की रणनीतियों पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने व्याख्यान में उपस्थित सभी श्रोतागणों से ‘डिजिटल रूप से जागरूक युग’ बनाने का आह्वाहन किया। उनके द्वारा इस तथ्य पर जोर डाला गया कि अगर हम ए आई का सही उपयोग नहीं करेंगे तो यह हमारे जीवन के हर पहलू को नियंत्रित करेगा। सुझाव तौर पर उनके द्वारा गेम थ्योरी का जिक्र करते हुए ए आई को बेवकूफ बनाने के बारे में भी संक्षेप में बताया गया।
व्याख्यान के अन्य प्रमुख वक्ता श्री रोहित बंसल जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के कम्युनिकेशन प्रमुख है उनके द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के एसपीरेशनल इंडिया पहल पर अपने विचार साझा किए गए। और साथ ही उसके महत्व पर भी जोर दिया गया। उन्होंने  इस ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया कि किस प्रकार ए आई के गुणात्मक तकनीकों से अंजान व्यक्ति हेतु रोजगार के अवसर बहुत ही चिंताजनक स्थिति में है।
कार्यक्रम के समापन पर डॉ धीरेन्द्र कुमार राय द्वारा तकनीकी और मानवता के अंतर्संबंध को समझने पर जोर डाला गया और साथ ही धन्यवाद ज्ञापन किया गया। संचालन डॉ साक्षी श्रीवास्तव  ने किया। इस अवसर पर प्रो एस एम सिंह, डॉ अमर सिंह, प्रो एस कार्तिकेयन, डॉ पंकज सिंह, डॉ सुमिल तिवारी, डी गांगुली, आनंद सिंह, डॉ नित्यानंद तिवारी, डॉ अजित यादव आदि लोग के साथ बहुत सारे विद्यार्थि उपस्थित थे।

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