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वाराणसीः सेवाज्ञ संस्थानम् सामाजिक जीवन के समग्र क्षेत्र मे कार्य करने वाली समाजसेवी संस्था है | संस्था का केंद्र काशी है |सेवाज्ञ संस्थानम् की काशी महानगर नवीन इकाई गठन कार्यक्रम आज वाराणसी के अम्बैस्डर होटल में हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संतोष तिवारी(अभिभावक )लोकेश चंद्र(राष्ट्रीय सचिव )कुमकुम पाठक (केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्या ) द्वारा दीप प्रज्वलन और भारत माता एवं स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के माल्यार्पण से हुआ। इस अवसर पर काशी महानगर सह संयोजक वागीश जी और सोनी जी ने प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में संस्थानम् के कार्यों और सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की इच्छाशक्ति पर चर्चा की गई। लोकेश जी ने सेवाज्ञ संस्थानम् की संकल्पना, परिचय, कार्यपद्धति और कार्यक्रमों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने संस्थान के प्रमुख वाक्य “सेवा समीधा वसुंधरा” का उल्लेख करते हुए राष्ट्र सेवा की ज्योति जलाने की प्रेरणा दी। लोकेश जी ने संस्थानम् द्वारा किए जा रहे वस्त्र वितरण, धर्म संसद, गौशाला, समाज और देश सेवा के विभिन्न कार्यक्रमों की सफलता का वर्णन किया, जो समाज सेवा के महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्या कुमकुम जी ने भी भाग लिया और राष्ट्र के उत्थान में युवा शक्ति के योगदान की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र निर्माण में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया।
माधव कुमार द्वारा संवाद कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई, जिसमें सेवाज्ञ संस्थानम् के समक्ष आने वाली चुनौतियों और सहयोग की विस्तृत चर्चा की गई। अवधेद्र सर ने संवाद सत्र में “संघे शक्ति कलियुगे” की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए संगठन के मूल उद्देश्य और कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने “जहां कम, वहां हम” के विचार के साथ संगठन के नैतिक मूल्यों को बढ़ाने की बात कही और बताया कि व्यक्ति से समाज का निर्माण होता है। उनका मानना था कि व्यगिगत आचार, विचार और व्यवहार को उच्चतम रूप में रखना ही संगठन की असली शक्ति है। प्रतिस्पर्धा से ऊपर उठकर “स्वथाये सुखाये” (आत्म सुख) के भाव से संगठन को और मजबूत बनाया जा सकता है। संगठन की भावना सिर्फ अकेले आगे बढ़ने में नहीं है, बल्कि सभी को साथ लेकर कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ने में है।
कार्यक्रम के अंतर्गत पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई। कुलदीप जी ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और गंगापुर इकाई की घोषणा की। अभिनव पाण्डेय द्वारा काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई की घोषणा की गई, जबकि श्यामजी भैया ने काशी महानगर इकाई के पुनर्गठन की घोषणा की। महानगर प्रमुख डॉ राज सिंह, महानगर संयोजक शिवम् पाण्डेय, महानगर सह संयोजक सोनी शर्मा, हिमांशु उपाध्याय, महानगर कार्यसमिति सदस्य सूर्यकांत मिश्रा,कैंपस अम्बैसडर बीएचयु अरविन्द कुमार, कैंपस अम्बैसडर सौरभ तिवारी को नवीन दायित्व प्रदान किये गए
इस आयोजन ने सेवाज्ञ संस्थानम् के भावी उद्देश्यों और संगठन की शक्ति को और भी सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया।

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