वाराणसीः आर्य महिला पी.जी. कॉलेज बांग्ला विभाग एवं दर्शनशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 15 अप्रैल सोमवार को शैक्षणिक भ्रमण स्वर्वेद महामंदिर, उमराहां, वाराणसी हेतु आयोजित किया गया। जिसमें छात्राओं को वहां ले जाकर यह जानकारी दी गई कि इसका निर्माण विहंगम योग संत समाज ने किया है और यह दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर है।
यहां २ ० हजार लोग एक साथ बैठकर मेडिटेशन कर सकते हैं। इसके बाद छात्राओं को इसके दार्शनिक एवं साहित्यिक पक्षों की भी जानकारी दी गई तथा बताया गया कि स्वर्वेद का अर्थ है अपने आत्मा या परमात्मा को जानना। महामंदिर के सभी सात तलों पर अंदर की दीवार पर लगभग 4000 स्वर्वेद के दोहे लिखे गए हैं। बाहरी दीवार पर वेद, उपनिषद्, रामायण, महाभारत, गीता आदि के प्रसंग पर 138 चित्र बनाए गए हैं, जिससे कि सभी उससे प्रेरणा ले सकें।
यह स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है। इसमें दोनों विभाग के सभी शिक्षकगण प्रोफेसर बिंदु लाहिड़ी, डॉ. ममता गुप्ता , डॉ. असंगपाव, डॉ. स्वप्ना बंद्योपाध्याय, डॉ. संध्या श्रीवास्तव, डॉ. आशीष साऊ डॉ. ममता यादव एवं श्रीमती डिंपल सिंह आदि उपस्थिति रहीं। बीए और एमए की छात्राओं को स्वर्वेद मंदिर के बारे में एक वृत्तचित्र दिखाया गया और ध्यान करवाया गया। छात्राओं ने इस स्थान का भ्रमण करके अद्भुत आनंद का अनुभव किया।