वाराणसीः ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध/नोडल अधिकारी (भिक्षावृत्ति मुक्त काशी अभियान), समाज कल्याण विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा “भिक्षावृत्ति मुक्त काशी अभियान” के अंतर्गत अब तक कुल 49 भिक्षुओं का रेस्क्यू कर उन्हें अपना घर आश्रय गृह/शेल्टर होम/बाल गृह में पुनर्वासित कराया गया है।
ममता रानी के नेतृत्व में यह अभियान दिनांक 04.01.2025 से वाराणसी में लगातार संचालित किया जा रहा है। अभियान के तहत आज, दिनांक 10.01.2025, थाना दशाश्वमेध क्षेत्र के राजेन्द्र घाट और शीतला घाट के पास सघन अभियान चलाया गया। इसमें म0 उ0नि0 अनीता चौहान (SJPU), उ0नि0 घनश्याम तिवारी (थाना ए.एच.टी.), बाल कल्याण पुलिस अधिकारी (थाना दशाश्वमेध), नगर निगम, समाज कल्याण विभाग, और चाइल्ड लाइन की संयुक्त टीम ने भाग लिया।
अभियान के दौरान 16 भिक्षुकों को रेस्क्यू किया गया:
- 6 वयस्क भिक्षु: इन्हें अपना घर आश्रम में भेजा गया।
- 10 बाल भिक्षु: इन्हें सी.डब्ल्यू.सी. (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
पुनर्वास योजना:
- वयस्क भिक्षुओं को उनके व्यवहार और आचार-विचार में सुधार के लिए तीन महीने के प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम के बाद ही छोड़ा जाएगा।
- बाल भिक्षुओं को बालगृह में रखा जाएगा और उन्हें स्कूली शिक्षा के लिए पंजीकृत कराया जाएगा।
अब तक के आँकड़े (04.01.2025 से 10.01.2025 तक):
- कुल रेस्क्यू: 49 भिक्षु
- 22 वयस्क भिक्षु
- 27 बाल भिक्षु
रेस्क्यू किए गए वयस्क भिक्षुओं को अपना घर आश्रय गृह/शेल्टर होम, और बाल भिक्षुओं को बालगृह में पुनर्वासित किया गया है।
यह अभियान ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध/नोडल अधिकारी (भिक्षावृत्ति मुक्त काशी अभियान) के कुशल नेतृत्व में निरंतर जारी रहेगा।