वाराणसी: दखल संगठन की ओर से सिगरा स्थित अस्मिता संस्थान में ‘नारीवाद क्या है?’ विषय पर एक रोचक और संवादात्मक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में बीएचयू और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों सहित दखल संगठन के सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी की।

कार्यशाला में महिला-पुरुष भेदभाव को प्रतिभागियों के व्यक्तिगत अनुभवों और संवाद शैली के माध्यम से समझाया गया। खेलों के जरिये शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति भेदभाव को दर्शाया गया, जिससे यह समझने में आसानी हुई कि समाज में लैंगिक असमानता किस रूप में मौजूद है।

पश्चिमी और पूर्वी नारीवाद की सीमाओं पर चर्चा करते हुए उग्र और उदार नारीवाद की अवधारणाओं को भी विस्तार से समझाया गया। प्रतिभागियों ने अनुभव साझा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि ऐसे सत्र विद्यालय स्तर पर भी आयोजित किए जाने चाहिए ताकि अधिक से अधिक युवा जागरूक हो सकें।

कार्यशाला का संचालन नीति ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. इंदु पांडेय द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोग:

जाग्रति राही, अनामिका, आर्या, सिस्टर फ्लोरिन, फा आनंद, सरिता, आरोही, अनन्या, श्रुति, ज्योति, डॉ. तुलसी कुमार जोशी, रोमान, धनंजय, तान्या, हेतवी, मनस, शेयांश आदि।

प्रेषक:
डॉ. इंदु पांडेय
📞 9984720797