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वाराणसीः कला अंतः मन के सौंदर्यबोध का प्रस्फुटन है। इन विचारों से ओत-प्रोत 19 कलाकारों ने अहिवासी गैलरी, दृश्य कला संकाय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में चित्रकला, मूर्तिकला, सेरामिक और व्यवहारिक विधा के युवा कलाकारों ने चारू चिंतन शीर्षक से अपनी कला कृतियों को प्रदर्शित किया। जिसका उद्घाटन दिनांक 19 फरवरी को मुख्य अतिथि प्रो. अनुपम कुमार नेमा छात्र अधिष्ठाता काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कर कमलों द्वारा हुआ।
जिसमे विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. उत्तमा संकाय प्रमुख दृश्य कला संकाय की गरिमामई उपस्थिति रही, इन्होंने इस प्रदर्शनी को एक सार्थक प्रयास कहा और यह प्रयास आगे भी अग्रसारित रूप में होता रहे उन्होंने इसके लिए शुभकामनाएं दी और यह सकारात्मक सलाह युवा कलाकारों का मनोबल बढ़ाएगी और उनमें सीखने की इच्छाओ की वृद्धि करेगी। प्रदर्शनी क्यूरेटर डा० नेहा वर्मा ने प्रदर्शनी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युवा चित्रकला विधा से श्वेता विश्वकर्मा ,आकांक्षा जैसवाल , श्रेया मिश्रा, कौशिकी चौहान, चन्दन सिंह, राहुल कुमार, टेक्सटाइल विधा से दीपक कुमार, सुनिधी राय, मूर्तिकला एवं सेरामिक विधा से संदीप कुमार ,किशन लाल,विनयमाला सिंह,स्मर्णिका यादव ,मनीष सिंह, आंशी गुप्ता ,अनुराधा यादव, और व्यवहारिक कला से दिव्या भारती , सोनी कुमारी ,उत्कर्ष कुमार गौतम,योगेश तिवारी की कलाकृतियां निश्चित ही सराहनीय रही प्रदर्शनी में डा.सुरेश चन्द्र जाॅंगीड, साहेब राम टुडू, सुरेश कुमार नायर, मनीष अरोडा़, महेश सिंह व अन्य प्रोफेसर उपस्थित रहे।
प्रदर्शनी दिनांक 19 फरवरी से 21 फरवरी सुबह 10:00 बजे से शाम 05: 00 तक आयोजित रहेगी जिसके आप सभी का स्वागत है और चारू चिंतन प्रदर्शनी के कलाकार आपके स्वागत हितार्थ प्रतीक्षारत है ।

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