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वाराणसीः दन्त चिकित्सा विज्ञान संकाय, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कन्जरवेटिव डेन्टिस्ट्री ऐण्ड इण्डोडोन्टिक्स दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर दन्त चिकित्सा विज्ञान संकाय में एक भव्य सेमिनार, क्विज कम्पटीशन एवं वैक्स कार्विंग का आयोजन किया गया, जिसमें दन्त चिकित्सा विज्ञान के स्नातक एवं परास्नातक छात्र/छात्राओं ने भाग लिया। संकायप्रमुख एवं विभागाध्यक्ष प्रो. एच.सी. बरनवाल ने सेमिनार में उपस्थित सभी छात्र/छात्राओं का स्वागत किया एवं कन्जरवेटिव डेन्टिस्ट्री ऐण्ड इण्डोडोन्टिक्स दिवस के बारे में विस्तार से बताया।
5 मार्च को दुनिया भर के एंडोडॉन्टिस्टों के लिए एक यादगार दिन माना जाता है, हम रूढ़िवादी दंत चिकित्सा और एंडोडॉन्टिक्स विभाग ने गर्व से इस साल BHU में “कंस-एंडो” दिवस का आयोजन “सुंदर मुस्कान फैलाना” थीम के साथ किया है।
पहले, रोगग्रस्त या क्षतिग्रस्त दांतों को बचाया नहीं जा सकता था और ज्यादातर मामलों में, उन्हें उखाड़ना पड़ता था। हालाँकि पिछले तीन दशकों में एंडोडॉन्टिक दंत चिकित्सा आज काफी हद तक विकसित हो चुकी है। इस विशेषज्ञता में प्रशिक्षित पेशेवर दांतों को बचाने और किसी भी अंतर्निहित क्षति की मरम्मत में मदद कर सकते हैं। इसी विशेषता को याद करने के लिए 5 मार्च को कॉन्स एंडो दिवस के रूप में मनाया जाता है।
‘’मरीज़ों में हमारी विशेषज्ञता के बारे में जागरूकता पैदा करने और उन्हें पहचानने, पुनर्स्थापित करने और स्वस्थ होने की अवधारणा से अवगत कराने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
“मुस्कान संक्रामक होती है, इसलिए खुशियाँ फैलाएँ”
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रोफेसर डा. नीलम मित्तल, प्रो. नवीन कुमार, (छात्र सलाहकार), डा. साक्षी गुप्ता, डा. शैली, डा. लावन्या इत्यादि चिकित्सकगण उपस्थित थे।

प्रो. एच. सी. बरनवाल

प्रो. एच.सी. बरनवाल
संकायप्रमुख एवं विभागाध्यक्ष

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