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वाराणसीः बरकछा, मिर्जापुर में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना द्वारा वित्त पोषित और सहयोग प्राप्त परियोजना  “कुक्कुट पालन: विंध्यान क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिकआर्थिक कमजोर वर्ग की स्थायी आजीविका के लिए बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मके अन्तर्गत पंचम तीन दिवसीय बैकयार्ड पोल्ट्री प्रशिक्षण कार्यशाला के आयोजन का समापन किया गया।
इस कार्यशाला के अन्तर्गत विंध्य क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिकआर्थिक कमजोर वर्ग की संधारणीय आजीविका के लिए बैकयार्ड पोल्ट्री फार्म को एक विकल्प के रूप में चुनने के लिए सामाजिकआर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को चुनना, उन्हें प्रशिक्षित करना और शुरुआत के लिए आवश्यक मूलभूत घटकों की प्राथमिक उपलब्धता को सुनिश्चित किया जाना शामिल था।
आज समापन समारोह में मुख्य अतिथि पशु चिकित्सा संकाय के मादा रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजय कुमार रवि रहे जिन्होंने कुक्कुट पालन के साथ साथ पशुपालन के विभिन्न्न आयामों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने परिवार में महिलाओं के परिवार के भरण पोषण में योगदान को सराहा। तथा रोजगार सृजन में पोल्ट्री के योगदान को रेखांकित किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ संतोष मरांडी, इन्चार्ज, पशुधन उत्पादन प्रबंधन विभाग, पशु चिकित्सा संकाय, दक्षिणी परिसर, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने किसानों एवं महिलाओं को बैकयार्ड कुक्कुट पालन के लिए प्रोत्साहित किया और उसके व्यवसायिक उपयोगिता पर प्रकाश डाला इसके साथ साथ कार्यक्रम सह सचिव डॉ मनीष कुमार ने मुर्गी पालन के फायदों और आर्थिक संतुलन के रूप को समझाया। कार्यशाला सचिव एवं परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. उत्कर्ष कुमार त्रिपाठी ने परियोजना की बारीकियों और कार्यशाला के विभिन्न निष्कर्षो और संचालित कक्षाओं के बारे में सभी को अवगत कराया।
कार्यशाला उपसचिव डॉ. मनीष कुमार ने कार्यशाला से सम्बन्धित सभी घटकों को धन्यवाद प्रेषित किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला उपसचिव डॉ. अनुराधा कुमारी ने किया। कार्यशाला में इस बार 47 लाभार्थियों ने प्रतिभागिता हेतु पंजीकरण किया था जिसके लिए प्राथमिकता स्वरूप जागरूक महिलाओं एवं बेरोजगार युवाओं का चयन किया गया इस पंचम तीन दिवसीय कार्यशाला के लिए दांती, लाल गंज, मनिहान, बहुती, बेलहरा आदि ग्रामीण क्षेत्रों से चयन किया गया। कार्यशाला का आयोजन 23-25  जनवरी, 2024 तक के लिए किया गया। जिसके समापन के समय प्रतिभागियों को चूजा, दाना, दवा आदि एवं प्रमाणपत्र वितरण  25 जनवरी, 2024 को हुआ। कार्यक्रम में डॉ अभिषेक सिंह, डॉ संदीप चौधरी, डॉ अंशुमान कुमार आदि उपस्थित रहे।

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