चंडीगढ़: पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) चंडीगढ़ के भार्गव ऑडिटोरियम में आज एक अद्भुत संगीत संध्या का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविख्यात सितार वादक उस्ताद शाहिद परवेज खान और तबला वादक श्री अनुब्रत चटर्जी ने अपनी प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह आयोजन स्पिक मैके (सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंग यूथ) के चंडीगढ़ चैप्टर और पीजीआईएमईआर के सांस्कृतिक समिति द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।

इस कार्यक्रम का संचालन संस्थान की प्रोफेसर रीना दास और डॉ. शकुंतला लवासा के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम में उस्ताद शाहिद परवेज खान ने भीमपलासी, पीलू और खमाज जैसे मधुर रागों की प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों को एक आध्यात्मिक अनुभव से भर दिया। तबला वादक श्री अनुब्रत चटर्जी ने भी अपने ताल के जादू से सभी को सम्मोहित कर दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजय जैन, डीन रिसर्च, पीजीआईएमईआर थे। इस अवसर पर संस्थान के फैकल्टी सदस्यों, छात्रों, कर्मचारियों और संगीत प्रेमियों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया। प्रोफेसर जैन ने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के अंत में दर्शकों ने कलाकारों को खड़े होकर सराहा और ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। यह आयोजन न केवल भारतीय शास्त्रीय संगीत के कालजयी आकर्षण का जश्न था, बल्कि स्पिक मैके और पीजीआईएमईआर के युवाओं और समुदाय के बीच शास्त्रीय कलाओं के प्रति गहरी सराहना पैदा करने के प्रति उनके प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।