अलीगढ़ 12 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डॉ. जियाउद्दीन अहमद डेंटल कॉलेज के ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग (मौखिक एवं चेहरे के विकार के पुनर्निर्माण से सम्बंधित विभाग) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जन दिवस के उपलक्ष्य में 13 फरवरी, 2025 को निशुल्क ओरल कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह शिविर डेंटल कॉलेज के ओपीडी 5 में प्रातः 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित किया जायेगा।

विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सज्जाद अब्दुर रहमान ने बताया है कि इस शिविर में सामान्य लोगों के अलावा विश्वविद्यालय के शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मी तथा छात्र भी अपना परीक्षण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि ओरल कैंसर केम्प स्क्रीनिंग में मुंह की जांच करके कैंसर के लक्षणों का पता लगाया जा सकता है। ताकि रोग को गंभीर अवस्था में पहुंचने से रोका जा सके।

उन्होंने कहा है कि इस संबंध में अधिक जानकारी 8791706254 या 9791112934 से प्राप्त की जा सकती है। शिविर के समन्वयक डा ताबिश रहमान, स्थानीय समन्वयक डा मोहम्मद कलीम अंसारी, कनवीनर डा मोहम्मद दानिश और डा आफिया अम्बरीन हैं।

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एएमयू वीमेन्स कॉलेज द्वारा आयोजित बास्केटबॉल और वॉलीबॉल टूर्नामेंट सफलतापूर्वक संपन्न

अलीगढ़, 12 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के वीमेन्स कॉलेज में शेख मुहम्मद अब्दुल्ला मेमोरियल महिला क्षेत्रीय बास्केटबॉल और आला बी मेमोरियल महिला क्षेत्रीय वॉलीबॉल टूर्नामेंट सफलतापूर्वक संपन्न हो गए। वॉलीबॉल में एएमयू की टीम ने वीमेन्स कॉलेज की टीम को हराकर खिताब जीता, जबकि बास्केटबॉल में वीमेन्स कॉलेज की टीम ने हाथरस की टीम को हराकर खिताब जीता।

टूर्नामेंट में अलीगढ़ क्षेत्र की 21 टीमों ने भाग लिया, जिनमें वीमेन्स कालिज, हेरिटेज इंटरनेशनल स्कूल, एएमयू गर्ल्स स्कूल और एबीके हाई स्कूल आदि टीमें शामिल थीं।

समापन समारोह में पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी एवं एएमयू के सेवानिवृत्त उपनिदेशक खेल आमिर अली जैदी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की तथा खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिताओं में भाग लेना अपने आप में एक मूल्यवान अनुभव है जो खिलाड़ियों के विकास और भविष्य की सफलता में योगदान देता है।

मुख्य अतिथि वीमेन्स कालिज की सेवानिवृत्त उपनिदेशक खेल डॉ. रजिया बी. रिजवी ने सभी टीमों के असाधारण प्रदर्शन की सराहना की तथा छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।

अब्दुल्ला हॉल की खेल पर्यवेक्षक मेहविश खान ने प्रतियोगिताओं के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन अंशार कय्यूम और कामना बेग ने किया, जबकि डॉ. नाजिया खान ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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एएमयू के सामाजिक कार्य विभाग द्वारा ‘नशे की लत और साथियों के दबाव को समझना’ विषय पर वेबिनार आयोजित

अलीगढ़ 12 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के सामाजिक कार्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मादक द्रव्य दुरुपयोग रोकथाम केंद्र (एनसीडीएपी), राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान (एनआईएसडी) और भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से ‘नशे की लत और साथियों के दबाव को समझना’ विषय पर एक वेबिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का लक्ष्य विशेष रूप से एएमयू के आवासीय छात्रों के बीच मादक द्रव्यों के सेवन, इसके परिणामों और इस से बचने के तरीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।

राष्ट्रीय मादक द्रव्य निर्भरता उपचार केंद्र, एम्स, गाजियाबाद में एसोसिएट प्रोफेसर, कार्यक्रम की विशिष्ट रिसोर्स पर्सन डॉ. शालिनी सिंह ने नशे की लत के मनोवैज्ञानिक और इस के सामाजिक और व्यवहारिक पहलुओं पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान की। उन्होंने छात्रों के बीच मादक द्रव्यों के सेवन को रोकने में प्रारंभिक हस्तक्षेप, साथियों के प्रभाव और सामुदायिक समर्थन के महत्व पर जोर दिया।

एनसीडीएपी, एनआईएसडी की सलाहकार सुश्री संगीता खोवाल ने छात्र कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में सूचित निर्णय लेने और जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला, और कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि छात्रों को जिम्मेदार विकल्प बनाने और पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने के लिए उन्हें आवश्यक ज्ञान से लैस किया जाए।

सोशल वर्क विभाग के अध्यक्ष प्रो. नसीम अहमद खान ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, एनसीडीएपी और एनआईएसडी के प्रति उनके निरंतर सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने नियमित जागरूकता कार्यक्रमों और सामाजिक जिम्मेदारी पहलों में छात्रों की भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया। वेबिनार में छात्रों ने सक्रिय रूप से चर्चा में भाग लिया, अपनी चिंताओं को साझा किया और नशे की लत से संबंधित मुद्दों पर मार्गदर्शन प्राप्त किया।

कार्यक्रम में सामाजिक कार्य विभाग के शिक्षकों ने भी भाग लिया और चर्चा में योगदान दिया।

वेबिनार का समापन छात्रों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और इसकी रोकथाम के बारे में शिक्षित करने के लिए इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को जारी रखने के महत्व पर सामूहिक चर्चा के साथ हुआ, जिससे एक सुरक्षित और स्वस्थ शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित हो सके। कार्यशाला के संयोजक डॉ. मोहम्मद उजैर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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एएमयू एबीके हाई स्कूल (बॉयज) द्वारा वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित

अलीगढ़, 12 फरवरीः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एबीके हाई स्कूल (बॉयज) द्वारा वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में पूर्व कुलपति प्रो मोहम्मद गुलरेज ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया, साथ ही प्रो असफर अली खान, निदेशक, और प्रो कुदसिया तहसीन, उप निदेशक, विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। विशेष अतिथियों में सुश्री अजीजा रिजवी, पूर्व सहायक निदेशक, शारीरिक शिक्षा, विमेंस कॉलेज, और सुश्री उमरा जहीर, अधीक्षक, अब्दुल्ला स्कूल शामिल थीं।

समारोह में खेल और साहित्यिक गतिविधियों में छात्रों की उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए रस्साकशी, बैडमिंटन, कबड्डी, भाला फेंक, डिस्कस थ्रो, शॉट पुट, थ्री-लेग्ड रेस, लेमन रेस, म्यूजिकल चेयर, फुटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल और खो-खो सहित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में स्थ प्राप्त करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया। खेलकूद स्पर्धाओं में ग्रीन हाउस विजेता बना।

इसके अतिरिक्त, साहित्यिक सप्ताह में अंतर-हाउस एक्सटेम्पोर, निबंध लेखन, भाषण और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं हुईं, जिसमें ब्लू हाउस ने समग्र चैंपियनशिप हासिल की। विजेताओं, हाउस इंचार्ज, समन्वयकों और योगदानकर्ताओं के बीच ट्रॉफी, पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

प्रो. मोहम्मद गुलरेज ने छात्रों को पाठ्येतर गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने और रास्ते से भटकने वाली चीजों से बचने के लिए प्रोत्साहित किया।

प्रो. असफर अली खान ने स्कूल की प्रगति की सराहना की, जबकि प्रिंसिपल डॉ. समीना ने आयोजन टीम की उनके समर्पित प्रयासों के लिए सराहना की।

डॉ. समीना ने खेल समन्वयकों के साथ अतिथियों का स्वागत किया तथा उन्हें बैज, स्मृति चिन्ह और पौधे देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम का समन्वय स्कूल के खेल समन्वयक रईस अहमद और निदा उस्मानी ने किया तथा इसका संयोजन गौसिया इकबाल ने किया।

कार्यक्रम का समापन फराह नजम के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

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एल्युमनाई मीट 2025 में आर्किटेक्चर और इंटीरियर डिजाइन के पूर्व छात्र हुए शामिल

अलीगढ़ 12 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के आर्किटेक्चर सेक्शन द्वारा डिप्लोमा इन आर्किटेक्चर एवं इंटीरियर डिजाइन के 1985-2016 बैच के छात्रों के लिए पूर्व छात्र मिलन समारोह 2025 का आयोजन किया गया, जिसमें नेटवर्किंग और ज्ञान साझा करने के लिए पूर्व और वर्तमान छात्र एक साथ जमा हुए।

पूर्व छात्र मामलों के अध्यक्ष प्रो. सरताज तबस्सुम मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। पूर्व छात्र अब्दुल रऊफ ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और अपने पेशेवर अनुभव साझा किए।

अतिथियों का स्वागत करते हुए यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल प्रो. अरशद उमर ने कहा कि विभिन्न बैचों के पूर्व छात्र आज अपने साथियों और गुरुओं से फिर से जुड़ रहे हैं और यह कार्यक्रम वास्तुकला और इंटीरियर डिजाइन पेशेवरों को अनुभव साझा करने और वर्तमान छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

इस अवसर पर शिक्षा और उद्योग में उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों और सेवानिवृत्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया। आर्किटेक्चर सेक्शन ने अपने फेसबुक और लिंक्डइन पेजों और विश्वविद्यालय पोर्टल पर पूर्व छात्रों के प्रोफाइल को प्रदर्शित करने की पहल की घोषणा की।

आयोजन सचिव डॉ. आसिफ अली ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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एएमयू कला संकाय पत्रिका ‘दानिश’ का विमोचन

अलीगढ़ 12 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कला संकाय की उर्दू पत्रिका ‘दानिश’ का विमोचन डीन, प्रोफेसर टी.एन. सतीशन ने आर्ट्स फैकल्टी लाउंज में किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रोफेसर सथीसन ने कहा कि उर्दू साहित्य और ज्ञान को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में पत्रिका ‘दानिश’ का विशेष महत्व है। उन्होंने जोर दिया कि यह पत्रिका बौद्धिक चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करती है और छात्रों को साहित्यिक और शैक्षणिक गतिविधियों में संलग्न होने के लिए प्रोत्साहित करती है।

सर सैयद अकादमी के निदेशक प्रोफेसर शाफे किदवाई ने एएमयू के छात्रों और शिक्षकों की साहित्यिक उपलब्धियों को प्रस्तुत करने में पत्रिका की भूमिका को सराहा, जबकि एएमयू की जनसंपर्क प्रभारी प्रोफेसर विभा शर्मा ने शोध-उन्मुख शैक्षणिक वातावरण को बढ़ावा देने में इसके महत्व को रेखांकित किया।

इससे पूर्व, अतिथियों का स्वागत करते हुए ‘दानिश’ के संपादक प्रोफेसर जियाउर रहमान सिद्दीकी ने लेखकों के प्रति आभार व्यक्त किया और पत्रिका के विद्वत्तापूर्ण मानकों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।

इस अवसर पर उर्दू विभाग अध्यक्ष, प्रोफेसर कमरुल हुदा फरीदी, इतिहास विभाग के प्रोफेसर वसीम राजा, उर्दू विभाग के पूर्व अध्यक्ष, प्रोफेसर मुहम्मद अली जौहर, उर्दू विभाग के प्रोफेसर सिराज अजमली और मराठी अनुभाग प्रभारी डॉ. ताहिर पठान भी उपस्थित थे।

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प्रो. शबाना हमीद एएमयू भाषा विज्ञान विभाग की अध्यक्ष नियुक्त

अलीगढ़ 12 फरवरीः  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान विभाग की प्रोफेसर शबाना हमीद को 11 फरवरी, 2025 से उनकी सेवानिवृत्ति की तिथि 1 जुलाई, 2027 तक विभाग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

प्रो. हमीद ने एम.फिल. और पीएच.डी. एएमयू से प्राप्त की और 1995 से विश्वविद्यालय में पढ़ा रही हैं। उन्होंने भाषा विज्ञान के क्षेत्र में सक्रिय रूप से योगदान दिया है और भारत और विदेशों में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनारों और सम्मेलनों में शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं।

उनके कई शोध पत्र प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है, जिनमें साउथ एशियन लैंग्वेज रिव्यू (नई दिल्ली), जॉन बेंजामिन (एम्सटर्डम एवं फिलाडेल्फिया), कैम्ब्रिज स्कॉलर्स पब्लिशिंग (यूके), लैंग्वेज इन इंडिया (यूएसए), लिनकोम (जर्मनी), और अलीगढ़ जर्नल ऑफ लिंग्विस्टिक्स शामिल हैं।

अपने शोध योगदान के अलावा, प्रो. हमीद ने एनसीपीयूएल, सीआईआईएल-मैसूर और एएमयू के भाषा विज्ञान विभाग और विमेंस कॉलेज जैसे संस्थानों द्वारा आयोजित कई कार्यशालाओं में भाग लिया है।

जनसंपर्क कार्यालय

अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय

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