प्रेमचंद ने मानवता की ज्योति जलाकर रखी है : प्रो. आनंद कुमार त्यागी
By hamaramorcha|2024-09-21T12:42:25+00:00September 21, 2024|Categories: साहित्य|
वाराणसीः "ज्ञान के असली स्वरूप को उभारने हेतु अध्ययन के साथ-साथ भ्रमण की आवश्यकता है। हमारे ऋषि-महर्षि भ्रमण किया करते थे। मालवीय जी ने नाभा रेलवे स्टेशन से नाभा जी [...]
डॉ. किंगसन ने की प्रेमचंद की कहानियों में आई किसानों, जमींदारी प्रथा और भूमि से संबद्ध समस्याओं पर बात
By hamaramorcha|2024-09-20T14:45:31+00:00September 20, 2024|Categories: साहित्य|
जहांँ खेत और किसान हैं, वहांँ प्रेमचंद मौजूद हैं : प्रो. पुष्पिता अवस्थी वाराणसी: "जैसे विश्व पर मैक्सिम गोर्की के 'माँ' उपन्यास का प्रभाव पड़ा, वैसे ही प्रेमचंद के 'गोदान' और [...]
रंगभूमि उपन्यास का सूरदास अंत तक लड़ता रहता है और हार नहीं मानताः डॉ. किंगसन
By hamaramorcha|2024-09-19T13:43:23+00:00September 19, 2024|Categories: साहित्य|
'रंगभूमि' के सौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हिंदी विभाग, बी एच यू में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ ---------------------- 'रंगभूमि' के चुनिंदा अंशों का मंचन एवं 'हिंदी गजल के [...]
‘रंगभूमि’ के सौ साल’ पर अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी 19 से 21 सितंबर तक
By hamaramorcha|2024-09-17T13:10:12+00:00September 17, 2024|Categories: साहित्य|
वाराणसीः हिन्दी विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा 19 से 21 सितम्बर, 2024 को 'प्रेमचन्द की विशिष्ट कृति 'रंगभूमि' के सौ साल' विषयक त्रिदिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा [...]
‘हिंदी कविता को आज अगर प्रासंगिक रहना है तो उसे अंतिम जन से जुड़ना होगा’
By hamaramorcha|2024-09-15T08:07:15+00:00September 15, 2024|Categories: साहित्य|
अलीगढ़ 14 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कला संकाय के सभागार में राजभाषा (हिंदी) कार्यान्वयन समिति द्वारा आयोजित हिंदी दिवस के अवसर पर ‘हिंदी सप्ताह समारोह’ का उद्घाटन करते हुए [...]
भारतेंदु ने भाषा का विस्तार 3 स्तरों पर किया यानि कि धर्म, ज्ञान और बाजारः प्रो. श्रीप्रकाश शुक्ल
By hamaramorcha|2024-09-15T08:02:25+00:00September 15, 2024|Categories: साहित्य|
वाराणसीः 14 सितंबर को "हिंदी दिवस" के उपलक्ष्य में हिंदी विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के आचार्य रामचंद्र शुक्ल सभागार में "ज्ञान की भाषा हिंदी: संभावनाएँ एवं सीमाएँ" विषय पर परिचर्चा [...]
पढ़ी जाएं अनुज लुगुन की कविताएं
By hamaramorcha|2024-09-14T02:18:15+00:00September 12, 2024|Categories: साहित्य|
एकलव्य की कथा सुनकर मैं हमेशा इस उधेड़बुन में रहा हूं कि द्रोण को अपना अँगूठा दान करने के बाद उसकी तीरंदाजी कहाँ गई? क्या वह उसी तरह का तीरंदाज [...]
कविताः आश्वस्ति का छाता
By hamaramorcha|2024-09-09T11:00:53+00:00September 9, 2024|Categories: साहित्य|
तड़के ही गुज़र गया पड़ोस में रहने वाली अधेड़ औरत का पति उन दो के अलावा नहीं है कोई तीसरा परिवार में वर्षों से बीमार पति के साथ अकेली ही [...]
डॉ. राजीव कुमार दुबे के द्वारा लिखित “गीता सुगीता कर्तव्या” का प्रकाशन: श्रीमद्भगवद गीता का उत्कृष्ट हिंदी अनुवाद
By hamaramorcha|2024-07-08T12:13:29+00:00July 8, 2024|Categories: साहित्य|
डॉ राजीव कुमार दुबे के द्वारा लिखित "गीता सुगीता कर्तव्या" का प्रकाशन: श्रीमद्भगवद गीता का एक उत्कृष्ट हिंदी अनुवाद* डॉ. राजीव कुमार दुबे के द्वारा लिखित श्रीमद्भगवद गीता का हिंदी [...]
BHU की शोधकर्ता सुश्री मानवी टंडन को FULBRIGHT FLTA कार्यक्रम के लिए चुना गया
By hamaramorcha|2024-06-19T03:23:07+00:00June 19, 2024|Categories: साहित्य|
वाराणसीः कला संकाय के अंग्रेजी विभाग की शोध छात्रा सुश्री मानवी टंडन को प्रतिष्ठित फुलब्राइट विदेशी भाषा शिक्षण सहायक पुरस्कार के लिए चुने जाने पर बहुत-बहुत बधाई। वह वर्तमान में [...]